वैश्विक डाक संघ Universal Postal Union – UPU
1874 में पोस्टल कांग्रेस (बर्न) में हस्ताक्षरित संधि (1875 से लागू) के उपरांत सामान्य डाक संघ के रूप में यूपीयू की स्थापना हुई। 1878 में वैश्विक डाक संघ नाम को स्वीकार किया गया। 1948 में यूपीयू संयुक्त राष्ट्र का विशिष्ट अभिकरण बन गया। यूपीयू का संविधान 1964 की विएना पोस्टल कांग्रेस में अंगीकार किया गया, जो 1966 से लागू हुआ। यूपीयू का मुख्यालय बर्न (स्विट्जरलैण्ड) में है। इसके सदस्यों की संख्या 2013 के अनुसार 192 है। यूपीयू का उद्देश्य विश्व डाक सेवाओं में सुधार लाना व उन्हें संगठित करना तथा अंतरराष्ट्रीय डाक सहयेाग के विकास को प्रोत्साहित करना है।
सदस्य देशों से आशा की जाती है कि वे पत्राचार के पारस्परिक विनिमय हेतु एकमात्र प्रदेश का निर्माण करें ताकि निकट सहयोग एवं मानकीकरण के विचार को फलीभूत किया जा सके। वैश्विक डाक समझौते द्वारा डाक दरों, अधिकतम व निम्नतम आकार व वजन सीमा इत्यादि के लिए दिशा-निर्देशों तथा विनियमों का निर्माण किया गया है। इसी के तहत अंतर्देशीय डाक विनियमों के लिए मानक एवं सिद्धांत तय किए जाते हैं। इसके आलावा यूपीयू संयुक्त राष्ट्र के तकनीकी सहयोग कार्यक्रमों में भागीदारी करते हुए विकासशील देशों में विशेषज्ञों की भर्ती करने, व्यावसायिक प्रशिक्षण हेतु छात्रवृत्ति प्रदान करने जैसे कार्य भी करता है। यह अन्य विशिष्ट अभिकरणों के साथ निकट संपर्क भी स्थापित करता है, जैसे- वायु डाक यातायात के विकास हेतु आईसीएओ के साथ, रेडियोधर्मी तत्वों के डाक संचरण हरतु आईएईए के साथ तथा वियोजनीय जैविक तत्वों के यातायात हेतु विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ।
यूपीयू संयुक्त राष्ट्र का दूसरा सबसे पुराना विशिष्ट अभिकरण है, जो वैश्विक पोस्टल कांग्रेस, प्रशासनिक परिषद, डाक कार्यसंचालन परिषद एवं अंतरराष्ट्रीय ब्यूरो द्वारा संघटित है।
वैश्विक पोस्टल कांग्रेस प्रति पांच वर्ष बाद आयोजित होती है, जिसमें सभी सदस्य देश शामिल होते हैं। यह यूपीयू की नीतियों का निर्धारण, कार्यक्रमों की समीक्षा तथा महानिदेशक व उप-महानिदेशक का चुनाव करती है। प्रशासनिक परिषद में 41 सदस्य होते हैं, जो कांग्रेस द्वारा चुने जाते हैं। इस परिषद का अध्यक्ष पिछली कांग्रेस के मेजबान देश से संबद्ध होता है। परिषद कांग्रेसन के मध्य निरंतरता को सुनिश्चित करती है, तकनीकी डाक अध्ययन संचालित करती है तथा संघ के बजट व खातों का अनुमोदन करती है। यह आपदा मामलों से निबटने हेतु आवश्यक विनियमों को स्वीकार करती है। डाक कार्यचालन परिषद में 40 निर्वाचित सदस्य एवं एक अध्यक्ष होता है। यह परिषद् अंतर्राष्ट्रीय डाक सेवाओं के कार्यात्मक, वाणिज्यिक एवं आर्थिक पहलुओं से संबद्ध मामलों पर विचार करती है। अंतरराष्ट्रीय ब्यूरो यूपीयू का स्थायी सचिवालय है, जिसका प्रधान एक महानिदेशक होता है। यह डाक प्रशासन के लिए संपर्क, सूचना, परामर्श एवं कुछ वितीय सेवाएं उपलब्ध कराता है तथा डाक क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं में तकनीकी सहयोग को समन्वित एवं क्रियान्वित करता है।