संयुक्त राष्ट्र सचिवालय United Nations Secretariat
संयुक्त राष्ट्र के दैनंदिन कार्य सचिवालय द्वारा प्रबंधित किये जाते हैं। इसका मुख्य कार्य अन्य संयुक्त राष्ट्र अंगों की सेवाएं उपलब्ध कराना है। यह संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय है। यह अन्य संगठनों द्वारा तैयार नीतियों एवं कार्यक्रमों का प्रशासन एवं समन्वयन करता है। सचिवालय का प्रधान महासचिव होता है, जो कई अवर महासचिवों, सहायक महासविचों तथा उप-महासचिवों की सहायता से अपना उत्तरदायित्व निभाता है। न्यूयार्क स्थित मुख्यलाय एवं विश्व के अन्य भागों में स्थित अन्य संयुक्त राष्ट्र कार्यालयों में सचिवालय से संबद्ध 8000 कर्मचारी कार्य करते हैं।
महासचिव की शक्तियां किसी भी अन्य संयुक्त राष्ट्र अधिकारी की तुलना में अधिक होती हैं। महासचिव की नियुक्ति सुरक्षा परिषद की संस्तुति पर महासभा द्वारा पांच वर्षीय कार्यकाल हेतु की जाती है। महासचिव संगठनात्मक उपलब्धियों एवं समस्याओं से जुड़ा वार्षिक प्रतिवेदन महासभा के सामने प्रस्तुत करता है। वह सदस्य राष्ट्रों की सरकारों को सलाह दे सकता है तथा समस्याओं को सुलझाने में अपने पद से जुड़े प्रभाव का इस्तेमाल कर सकता है। चार्टर का अनुच्छेद 99 महासचिव को यह शक्ति देता है कि वह किसी क्षेत्र विशेष में विश्व शांति व सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का ध्यान आकर्षित कर सके।
विभिन्न वर्षों में संयुक्त राष्ट्र महासचिवों के नाम व कार्यकाल
नाम | देश | कार्यकाल |
ट्रायगेव ली | नॉर्वे | 1946–1953 |
डैग हैमरस्क्जील्ड | स्वीडन | 1953–1961 |
यू. थांट | म्यांमार | 1961–1971 |
कुर्त वैल्डहीम | ऑस्ट्रिया | 1972–1982 |
जेवियर पेरिज डी कुइलार | पेरू | 1982–1992 |
बुतरस घाली | मिस्र | 1992–1997 |
कोफी अन्नान | घाना | 1997–2006 |
बान-की-मून | दक्षिण कोरिया | जनवरी 2007-अभी तक |
तत्कालीन महासचिव कोफी अन्नान की अनुशंसा पर 1997 में उप-महासचिव पद की रचना की गई। 12 जनवरी, 1998 को सुश्री लुईस फ्रेचेट (कनाडा) संयुक्त राष्ट्र की प्रथम उप-महासचिव बनीं।