संयुक्त राष्ट्र बाल कोष United Nations Children’s Fund – UNICEF
इस कोष की स्थापना महासभा के एक प्रस्त्वानुसार बच्चों के लिए रहत प्रदान करने हेतु, 1946 में की गयी थी। इसका मुख्यालय न्यूयार्क में है। इस कोष का उद्देश्य अल्पविकसित देशों में स्थायी बाल स्वास्थ्य व कल्याण सेवाओं की स्थापना के लिए सहायता प्रदान करना है। यूनीसेफ 190 से अधिक देशों में बच्चों को शिक्षा, पोषण व स्वास्थ्य सम्बंधी सहायता देता है। यह रोग परियोजनाओं के लिए भी आपूर्ति उपलब्ध कराता है। यह शैक्षिक एवं स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में रोजगार हेतु लोगों को प्रशिक्षण प्रदान करता है। यूनीसेफ को 1965 में शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
यूनीसेफ पूरी तरह से स्वैच्छिक योगदानों पर निर्भर रहता है। इसकी तीन-चौथाई आय विभिन्न सरकारों से आती है, जबकि शेष वित्त, बधाई-पत्रों की बिक्री एवं अन्य कोष एकत्रण अभियानों के माध्यम से, संगठनों और व्यक्तियों से प्राप्त होता है।
वर्तमान में यूनीसेफ द्वारा विकासशील एवं अल्पविकसित देशों में बच्चों व माताओं के जीवन की गुणवत्ता सुधारने हेतु अनेक विकासात्मक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। मौखिक पुनर्जलीकरण उपचार, रोगों के विरुद्ध बचों का टीकाकरण, स्तनपान को प्रोत्साहन तथा बाल वृद्धि सरणियों का नियोजन- ये 4 रणनीतियां बल स्वास्थ्य व् पोषण में सुधार लेन के लिए अपनायी गयी हैं
यूनीसेफ विश्व में टीकों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है तथा यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर कार्य करता है। यूनीसेफ के प्रोत्साहन स्वरूप 1989 में महासभा द्वारा बाल अधिकारों पर संधि को स्वीकार किया गया। यह संधि 1990 से लागू हुई। यूनीसेफ बच्चों की सुरक्षा एवं विकास की दिशा में कार्य करने के लिए राष्ट्रों को प्रतिबद्ध करने हेतु अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भी ओयोजित करता है।
यूनीसेफ विश्व में बच्चों की स्थिति पर एक वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित करता है।