पर्यावरण और विकास पर रियो घोषणा Rio Declaration on Environment and Development
रियो घोषणा जून 1992 में रिओ डी जेनिरो में आयोजित यूएनसीईपी सम्मेलन के दौरान प्रकट हुई। 27 सिद्धांतों पर आधारित यह घोषणा दो मुख्य विषयों से संबंधित है-
- पर्यावरण और उसकी स्थायित्व क्षमता का ह्रास, तथा;
- दीर्घकालीन आर्थिक प्रगति और पर्यावरण सुरक्षा की अंतर्निर्भरता।
यह घोषणा औद्योगिक देशों के उत्तरदायित्वों और विकासशील देशों की विकासात्मक आवश्यकताओं के मध्य एक समझौता थी। घोषणा का सिद्धांत 11 राष्ट्रीय स्तरों पर पर्यावरण मानकों की स्थापना की मांग करता है। सिद्धांत 16 स्पष्ट रूप से कहता है कि पर्यावरण मूल्यों का अंतरराष्ट्रीयकरण होना चाहिये तथा प्रदूषक को भुगतान करना चाहिये।
घोषणा कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं है; फिर भी, इसके प्रति सदस्य देशों की नैतिक समर्पण की भावना ने इसे पर्यावरण विषयों पर आवश्यक शक्ति प्रदान करने में महत्वपूर्ण बना दिया है।