राष्ट्रीय युवा नीति National Youth Policy
राष्ट्रीय युवा नीति (एनवाईपी) 2012 मसौदा इस प्रकार से अनूठा है कि यह इस तथ्य की पहचान करता है कि युवा एक सवाँग समूह नहीं है तथा इसके अनेकों विशेषक हैं जो रहन-सहन, पर्यावरण, इनके परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति तथा इनकी स्वयं की जीवन पद्धति पर आधारित है। साथ ही ड्राफ्ट पॉलिसी में वर्तमान 13-35 वर्ष आयु समूह की लक्ष्य आयु समूह को 16-30 वर्ष करना प्रस्तावित है। मसौदा नीति न सिर्फ उद्देश्यों को परिभाषित करती है बल्कि वांछित नीति मध्यवर्तन के विवरण तथा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए जिम्मेदार सहभागी की पहचान करने को भी विस्तारपूर्वक प्रस्तुत करती है। पहली बार युवा विकास इन्डेक्स (वाईडीपी) को भी नीति के भाग के रूप में समाविष्ट किया गया है जो कि मूल्यांकनकर्ताओं तथा नीति बनाने वालों के लिए एक आधारभूतरेखा तथा आशु परिकलक का कार्य करेगा। वैश्वीकरण दुत तकनीकी उत्कर्ष तथा वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में भारत के उद्भव के कारण देश में बदलते परिदृश्य में वर्तमान राष्ट्रीय युवानीति, 2003 की समीक्षा की जरूरत पड़ी। एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में युवा नीति मसौदा, विशेष लक्ष्यों के रूप में सामाजिक-आर्थिक, लिंग तथा भौगोलिक पैमाने पर आधारित विविध खण्डों को चिन्हित करने के अलावा पहली बार प्रधानमंत्री की कौशल विकास मिशन की रेखा में विभिन्न युवा खण्डों को लक्षित रोजगार कौशल उपलब्ध कराने के लिए दिशा-निर्देशक सिद्धांत के रूप में सहारा दिया गया।
मसौदा एनवाईपी, 2012 के प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय युवा नीति मसौदा 2012 यह पहचान करता है कि युवा एक सर्वांग समूह नहीं है तथा इनके रहन-सहन,वातावरण जिसमें वे रहते हैं, इनके परिवारों की सामाजिक आर्थिक स्थिति तथा इनकी स्वयं की जीवन पद्धति पर आधारित काफी कारक मौजूद हैं।
- निम्न लक्षित समूह चिन्हित किए गए हैं- (1) युवा छात्र (2) प्रवासी युवा (3) ग्रामीण युवा (4) जनजातीय युवा (5) यूथ एट रिस्क (6) हिंसक संघर्षों में युवा (7) स्कूल से बाहर/द्राप आउट युवा (8) सामाजिक/नैतिक कलंक के साथ समूह (9) संस्थागत देखभाल में युवा।
- राष्ट्रीय युवा नीति मसौदा 2012 लक्षित आयु समूहको वर्तमान 13-35 वर्ष के आयु समूह से हटाकर 16-30 वर्ष आयु समूह तक लाना प्रस्तावित करता है। यह परिवर्तन करने का प्रस्ताव करने का उद्देश्य युवा की परिभाषा को वर्तमान अंतरराष्ट्रीय परिभाषा के तारतम्य में लाना है। संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार युवा की परिभाषा 15-24 वर्ष तक राष्ट्रमंडल के अनुसार 15-29 वर्ष है।
- इस नीति के प्रमुख बिंदु में उल्लिखित नीति हस्तक्षेप पर आधारित एक अनुवर्ती कार्य योजना के जरिए लक्षित समूहों तथा प्राथमिकता समूहों से सरोकार को सम्बोधित किया जाएगा।
- राष्ट्रीय युवा नीति 2012 का मसौदा 16-30 वर्षों के विस्तृत आयु वर्ग को तीन समूहों में विभाजित करने की योजना है-पहला उपसमूह 16-20 वर्ष आयु वर्ग का होगा जो उन युवाओं को आच्छादित करेगा जिन्हें शिक्षा की सुविधा वांछित है दूसरा उपसमूह 20-25 वर्ष आयु वर्ग का होगा जिसमें रोजगार कौशल की पहुंच वांछित है। तीसरा उपसमूह 25-30 वर्ष आयु वर्ग का होगा जिसमें स्वरोजगार तथा उद्यम कौशल की पहुंच वांछित है।
- राष्ट्रीय युवा नीति 2012 मसौदे का उद्देश्य कौशल विकास के जरिए युवा को सशक्त करना है जिससे वह अन्य मंत्रालयों/विभागों के साथ अभिसरण के जरिए उद्यमिता के अवसर उपलब्ध करा सके एवं रोजगार की वृद्धि कर सके।
- मुख्य बिंदु में शामिल है- राष्ट्रीय मूल्यों का संवर्द्धन,सामाजिक सौहार्द, राष्ट्रीय एकता, रोजगार कौशल के जरिए युवा सशक्तीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल तथा मनोरंजन, लिंग न्याय, सामुदायिक सेवाओं, पयावरण तथा स्थानीय सरकार में भागीदारी।
- मसौदा राष्ट्रीय युवा नीति 2012 में पांच प्रक्षेत्र के अंतर्गत निगरानी योग्य सूचक है। तद्नुसार युवा विकास इन्डेक्स में शामिल है- युवा स्वास्थ्य इन्डेक्स, युवा शिक्षा इन्डेक्स, युवा कार्य इन्डेक्स, युवा सुविधा इन्डेक्स, युवा भागीदारी इन्डेक्स।
- मसौदा राष्ट्रीय युवा नीति 2012 केंद्र तथा राज्यस्तरों पर एक मजबूत समन्वय तंत्र की स्थापना की वकालत करती है।
- राष्ट्रीय युवा नीति मसौदा 2012 यह प्रस्तावित करती है कि युवा नीति की प्रत्येक राष्ट्रीय जनगणना के बाद समीक्षा की जाए।