कवक Fungi
जीवों के आधुनिक वर्गीकरण के अनुसार, जीवमण्डल के सभी बहुकोशिकीय, क्लोरोफिलरहित, कोशिकाभित्तियुक्त तथा सूकाय शरीर वाले जीवों को कवक जगत् के अंतर्गत सम्मिलित किया गया है।
प्रमुख लक्षण
ये बहुकोशिकीय यूकैरियोटिक जीव हैं। परजीवी या मृतोपजीवी होते हैं। बीजाणुओं के द्वारा जनन करते हैं। ये सर्वव्यापी होते हैं तथा इनकी कोशिका भित्ति काइटिन की बनी होती है। इनका शरीर अनेक पतले तंतुओं का बना होता है, जिन्हें कवक तंतु कहते हैं। ये आपस में मिलकर कवक जाल बनाते हैं। ये अपना भोजन अवशोषित करते हैं। अलैंगिक तथा लैंगिक, दोनों विधियों द्वारा जनन करते हैं। इनमें पूर्ण विकसित कोशिकांग पाये जाते हैं।
कवक भूमि में पड़े हुये सड़े-गले पदार्थों को अपघटित करके अन्य पदार्थों में परिवर्तित कर देते है। ये पदार्थ उर्वरक के समान कार्य करते हैं तथा भूमि की उर्वरता बढ़ाते है। कुछ कवक खाने में प्रयुक्त किये जाते हैं। रोमेरिया, क्लेवेसिया, एगैरिकस लाइकोपरगन को मशरुम के रुप में खाया जाता है। मशरुम में बहुत अधिक प्रोटीन होता है। मारचेला, जिसे गुच्छी कहते हैं, भी खाने में प्रयोग किया जाता है। कई कवक जैसे – रोडोटुरुला नाइट्रोजन स्थरीकरण करते हैं तथा भूमि का उपजाऊपन बढ़ाते हैं। यीस्ट तथा कुछ अन्य कवकों का प्रयोग किण्वन द्वारा शराब बनाने में किया जाता है। ये कवक एन्जाइम्स की सहायता से कार्बोहाइड्रेट युक्त पदार्थों का किण्वन करके उसे शराब में परिवर्तित कर देते हैं। यीस्ट तथा कुछ कवकों का उपयोग बेकरी उद्योग में किया जाता है। आटे को गूंथकर उनमें इन कवकों को मिला देने से डबलरोटी फूलकर स्पंजी हो जाती है। पैनीसीलियम रोक्यूफटाई इत्यादि कवकों का प्रयोग दूध से पनीर बनाने में किया जाता है। कवकों के द्वारा कई प्रकार के अम्लों एवं रासायनिक पदार्थों का निर्माण किया जाता है। जैसे – म्यूकर तथा राइजोपस की सहायता से फ्यूमेरिक अम्ल, एस्परजिलस नाइगर से साइट्रिक अम्ल तथा पेनीसीलियम परप्यूरोजेनम से ग्लूकोनिक अम्ल बनाया जाता है। कुछ कवकों द्वारा बनाये गये पदार्थ कीटों को नष्ट कर देते हैं। वह प्रक्रिया, जिसमें एक जीव के पदार्थ से दूसरे जीव को नष्ट कर दिया जाता है, जैविक नियंत्रण कहलाती है।
कवक जनित रोग (Fungal Diseases)
मनुष्य के रोग
सामान्य नाम |
अंग्रेजी में नाम | प्रभावित अंग | रोगकारक कवक का नाम |
ऐम्पेर्जिलस-आर्ति | Aspergillosis | कान तथा फेफड़े | ऐम्पर्जिलस फ्लेक्स, ऐ फ्यूमिगेटस (Aspergillis flavus, A. Fumigatus) |
छाले होना | Thrush | गला व मुँह | ए. नाइजर (A. niger and Monilia) |
क्रिस्टोकॉकसता | Cryptococcosis | स्नायु तन्त्र | क्रिप्टोकॉकस नियोफार्मेन्स (Cryptococcus neoformans) |
परागज ज्वर | Hay fever | समस्त शरीर | आल्टर्नेरिया, हेल्मिन्थोस्पोरिम फोमा तथा (Alternaria, Helminthosporium,) ट्राइमोडर्मा जाति and Trimoderma Spp. |
ऐथलीट फुट | Athlete’s foot | पैर | ट्राइकोफाइटोन कुल को सदस्य (Trichophuton spp.) |
दाद | Ring worm | त्वचा | माइक्रोस्पोरम लेनोसम (Microsporum lanosum) |
पौधों में लगने वाले महत्वपूर्ण रोग कवक-जनित पादप रोग (Plant Diseases Caused by Fungi)
रोग का नाम | पोषी पादप | रोगकारी कवक का नाम |
आलू का विलंबित अंगमारी (Late blight of Potato) | आलू | फाइटोप्थोरा इनफेसटेन्स (Phytophthora infestans) |
पपीता का फल विगलन (Foot rot of papaya) | पपीता | पाइथियम एफानीडरमेटम (Pythium aphenodermatum) |
क्रूसीफेर का मूदुरोमिल आसिता (Downy midlew of crucifers) | मूली, शलगम, गोभी, सरसों | पेरोनोसपोरा पैरासाइटिका (Peronospora Parasitica) |
अंगूर का मूदुरोमिल आसिता (Down midlew of grapes) | अंगूर | (Peronospora viticola) |
बाजरा का मूदुरोमिल आसिता (Downy midlew ofbajra) | बाजरा | स्क्लेरोस्पोरा ग्रेमिनीकोला (Sclerospora graminicola) |
क्रूसीफेर का सफेद किट्ट (White rust of crucifers) | मूली, शलगम, गोभी, सरसों | एल्ब्यूगो कैनडिडा (Albugo condida) |
गेहूँ का चूर्ण आसिता (Powdery mildew of wheat) | गेहूँ, बाजरा, आदि | इरीसाइफी ग्रेमीनिस (Erysiphe graminis) |
गेहूँ का श्लथकंड (Loose smut of wheat) | गेहूँ | अस्टीलेगो ट्रीट्रीसी (Ustilago tritici) |
करनॉल बंट (Karnal bunt) | गेहूँ | टिल्लेटीया इन्डिका (Tilletia indica) |
धान का बंट (Bunt of paddy) | धान | टिल्लेटिया बारक्लायाना (Tilletia Barclayana) |
बाजरा का कंड (Smut of Bajra) | बाजरा | टोलीपोस्पोरियम पेनिसिलेरी (Tolyposporium penicillari) |
जौ का श्लथ कंड (Loose smut of barley) | जौ | अस्टीलेगो नूडा (Ustilago nuda) |
जौ का आवृत कंड (Covered smut of barley) | जौ | अस्टीलेगो होरडी (Ustilago hordei) |
काला किट्ट (Black rust) | गेहूँ | पक्सीनिया ग्रेमीनिस ट्रीटीसी (Puccinia graminis-tritici) |
भूरा किट्ट (Brown rust) | गेहूँ | पक्सीनिया रीकॉडिटा (Puccinia recodita) |
पीला किट्ट (Yellow rust) | गेहूँ | पक्सीनिया स्ट्रीफॉरमिस (Puccinia striiformis) |
सेम का किट्ट (Bean rust) | लोबिया, चना, राजमा, सेम | यूरोमाइसेस एपेन्डीकुलेटम (Uromyces opendiculatum) |
कॉफी का किट्ट (Coffee rust) | कॉफी | हेमीलिया वास्टट्रिक्स (Haemelia vastatrix) |
अरहर की म्लानि (Wilt of arhar) | अरहर | फ्यूसेरियम ऑक्सीस्पोरम (Fusarium oxisporum) |
कपास की म्लानि (Wilt of cotton) | कपास | फ्यूसेरियम वासिनफेकटम (Fusarium vasinfectum) |
आलू का पूर्व अंगमारी (Early Blight of potato) | आलू | आल्टरनरिया सोलेनाई (Alternaria solani) |
टिक्का रोग (Tikka disease) | मूंगफली | सरकोस्पोरा एराचीडीकोला और (Cercospora arachidicola & सरकोरपोरा परसोनेटा (C. personata) |
लाल विगलन (Red not) | गन्ना | कोलेटोट्राइकम फल्कोटम (Collitotrichum fulcatum) |
बाजरा का अरगॉट (Ergot of bajra) | बाजरा | क्लेवीसेप्स माइक्रोसिफोला (Claviceps microcephala) |
धान का पाद विगलन (Foot rot of paddy) | धान | फ्यूसेरियम मोनिलीफॉरमे (Fusarium moniliforme) |
चना की म्लानि (Wilt of gram) | चना | फ्युजेरियम ऑर्थेसीरस (Fusarium orthaceras) |
ज्वार का कंड (Grain smut of jowar) | ज्वार | स्फेसीलोथीका सौर्घाइ (Sphacelotheca sorghi) |
गेहूँ का फ्लेग कंड (Flag smut of wheat) | गेहूँ | यूरोसिस्टिस ट्रिटीसाइ (Urocystis tritici) |
गन्ना का कंड (Smut of sugarcane) | गन्ना |
अस्टिलागो साइलेमिनी (Ustilago scilaminae) |