भौतिकी का विश्वकोश Encyclopedia of Physics

परम ताप Absolute Zero

परम ताप न्यूनतम सम्भव ताप है तथा इसके नीचे कोई ताप संभव नहीं है। इस ताप पर गैसों के अणुओं की गति शून्य हो जाती है। इसका मान -273.15°C होता है। इसे केल्विन में व्यक्त करते हैं।

त्वरण Acceleration

किसी वस्तु के वेग परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं। इसका मात्रक, मीटर प्रति सेकण्ड होता है तथा यह एक सदिश राशि है।

ध्वनिकी Acoustics

ध्वनिकी भौतिकी की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत ध्वनि तरंगों के प्रयोग व उनके गुणों का अध्ययन किया जाता है।

अल्फा-कण AIfa-Particles


अल्फा (a) कण मुख्यतः हीलियम-नाभिक होते हैं। इनकी संरचना दो प्रोटानों व दो न्यूट्रॉनों के द्वारा होती है। रेडियो ऐक्टिवता में ये कण नाभिक से उत्सर्जित होते हैं। इन पर धनावेश होता है व ये गैसों का आयनीकरण करते हैं।

प्रत्यावर्ती धारा Alternating Current

प्रत्यावर्ती धारा वह धारा है जो कि विद्युत परिपथ में अपनी दिशा लगातार बदलती रहती है। घरों में प्रयुक्त प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति 50 हत्र्ज होती है।

अमीटर Ammeter

अमीटर एक ऐसा यंत्र है, जिसकी सहायता से विद्युत धारा को मापा जाता है।

एम्पियर Ampere

एम्पियर विद्युत धारा को मापने की इकाई है।

एन्टीमैटर या प्रतिकण Antimatter

उस पदार्थ को कहते हैं जिसके परमाणु में नाभिक, एन्टी-प्रोटॉन्स और एन्टी-न्यूट्रॉन्स का बना होता है तथा नाभिक के चारों ओर पोजीट्रॉन्स घूमते रहते हैं।

आर्किमिडीज का सिद्धान्त Archimedes Principle

इस सिद्धान्त के अनुसार किसी वस्तु को द्रव में डुबोने पर उसके भार में कमी, उसके द्वारा हटाये गये द्रव के भार के बराबर होती है। इस सिद्धान्त को यूनान के महान वैज्ञानिक, आर्किमिडीज ने प्रतिपादित किया था।

कृत्रिम उपग्रह Artificial Satellite

यदि किसी वस्तु को पृथ्वी तल से कुछ सौ किमी. ऊपर अंतरिक्ष में पहुँचाकर, एक निश्चित क्षैतिज चाल दी जाए, तो वह एक नियत कक्षा में पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा करने लगती है, ऐसी वस्तु को कृत्रिम उपग्रह कहते हैं।

एस्ट्रोनॉट Astronaut

विभिन्न ग्रहों का अध्ययन करने वाले के व्यक्ति जो अन्तरिक्षयान में बैठकर जाते हैं, एस्ट्रोनॉट कहलाते हैं। इस शब्द को अमरीकन लोग प्रयोग करते हैं।

परमाणु बम्ब Atom Bomb

जब यूरेनियम (235) को न्यूट्रॉन के द्वारा बम्बार्ड किया जाता है, तो यूरेनियम के परमाणुओं का विखण्डन हो जाता है, इससे बहुत अधिक मात्रा में ऊर्जा निकलती है, जिससे समस्त वस्तुएँ एवं जीवित प्राणी पूर्णत: नष्ट हो जाते हैं।

एटोमिक एनर्जी Atomic Energy

परमाणु विखण्डन द्वारा प्राप्त ऊर्जा को एटॉमिक एनर्जी कहते हैं और इसे एकत्रित कर शान्तिपूर्ण उद्देश्यों में जैसे-कृषि, उद्योग, चिकित्सा, विद्युत आदि में उसका उपयोग किया जाता है।

एटोमिक फ्यूजन Atomic Fusion

परमाणु के नाभिक में धन-आवेश वाले प्रोट्रॉन और न्यूट्रॉन के विकर्षण की गति बढ़ाकर समाप्त कर देने से दोनों आपस में मिल जाते हैं, इसे एटोमिक फ्यूजन कहते हैं। इस क्रिया से अपार ऊर्जा उत्पन्न होती है और यह क्रम चलता रहता है। इसी से हाइड्रोजन बम बनाते हैं।

परमाणु संख्या Atomic Number

परमाणु संख्या, किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटानों की संख्या को व्यक्त करती है। इसे प्राय: Z से प्रदर्शित करते हैं।

अवोगाद्रो परिकल्पना Avogadro’s hypothesis

इस परिकल्पना के अनुसार समान ताप पर गैसों के समान आयतन में अणुओं की संख्या समान होती है।

बार Bar

बार, दाब मापने की इकाई है। एक बार 105 पास्कल के बराबर होता है।

बैरोमीटर Barometer

इस यंत्र के द्वारा वायुमण्डलीय दाब को मापा जाता है।

बेकरल किरण Bacquere Rays

यूरेनियम यौगिकों से उत्सर्जित होने वाली अल्फा, बीटा व गामा किरणें, बेकरल किरणे कहलाती हैं।

बीटा-कण Beta-Particles

बीटा-कण ऋणावेशित होते हैं, जो कि रेडियो सक्रियता के दौरान परमाणु के नाभिक से उत्सर्जित होते हैं।

बीटाट्रॉन Betatron

बीटाट्रॉन एक त्वरक मशीन होती है, जिसके द्वारा इलेक्ट्रॉनों को अत्यधिक वेग पर त्वरित किया जाता है।

कृष्णिका Black-Body

जो वस्तु अपने ऊपर गिरने वाले सभी प्रकार के विकरण को अवशोषित कर लेती है, कृष्णिका कहलाती है।

ब्लू आइस Blue Ice

शुद्ध बर्फ जिसमें रोगाणु (जर्म्स) नहीं होते और जो 2000 से 3000 वर्ष पुरानी है, ब्लू आइस कहलाती है। इसका रंग नीला होता है तथा यह ग्रीनलैण्ड में पायी जाती है।

क्वथनांक Boiling Point

क्वथनांक किसी द्रव का वह ताप है जिस पर द्रव का संतृप्त वाष्प दाब, बाह्य दाब के बराबर हो जाता है। इस ताप पर द्रव उबलने लगता है।

ब्राउनियन गति Brownian Motion

पदार्थ के अणुओं में होने वाली अनियमित गति (random motion) को ब्राउनियन गति कहते हैं। जैसे-धुएँ के कणों, आदि में ब्राउनियन गति होती है।

कैलोरीमीटर Calorimeter

इसके द्वारा तापीय ऊष्मा की गणना की जाती है।

केन्डिला Candela

केन्डिला ज्योति-तीव्रता (Luminous-intensity) का मात्रक है।

संधारित्र (Capacitor): संधारित्र एक ऐसा समायोजन होता है, जिस पर आवेश की पर्याप्त मात्रा संचित की जा सकती है।

केशिकत्व Capillarity

पृष्ठ-तनाव (surface-tension) के कारण किसी बारीक नली में द्रव के ऊपर चढ़ने या नीचे उतरने की घटना को कोशिकत्व कहते हैं।

सेल्सियस पैमाना Celsius-Scale

इस पैमाने पर ताप को सेन्टीग्रेड में मापा जाता है। इस पर बर्फ का गलनांक 0°C व पानी का क्वथनांक 100°C होता है।

अपकेन्द्रीय बल Centrifugal Force

वृत्ताकार मार्ग में घूमती हुई वस्तु पर केन्द्र के बाहर की ओर लगने वाले बल को अपकेन्द्रीय बल कहते हैं। यह एक छद्म बल (pseudo force) है।

अभिकेन्द्रीय बल Centripetal Force

किसी वृत्ताकार पथ पर घूमती हुई वस्तु पर वृत्त के केन्द्र की ओर लगने वाले बल को अभिकेन्द्रीय बल कहते हैं। इस बल के अभाव में वस्तु वृत्ताकार पथ पर नहीं घूम सकती।

संचार उपग्रह Communication Satellite

यह कृत्रिम उपग्रह होता है, जो अन्तरिक्ष से पृथ्वी पर संदेश भेजता है।

चालक Conductor

चालक वे पदार्थ हैं जिनसे होकर विद्युत धारा सरलता से प्रवाहित होती है।

द्रव्यमान-ऊर्जा का संरक्षण Conservation of Mass and Energy

ब्रह्मांड में द्रव्यमान व ऊर्जा का कुल परिमाण संरक्षित रहता है। अर्थात् द्रव्यमान व ऊर्जा का कुल परिमाण निश्चित रहता है। इसी को द्रव्यमान ऊर्जा के संरक्षण का सिद्धान्त कहते हैं। वैज्ञानिक आइन्सटीन के अनुसार, यदि द्रव्यमान की क्षति हो जाय तो उसके संगत DMC2 के बराबर ऊर्जा उत्पन्न होती है। जहाँ C प्रकाश का वेग है।

संवेग-संरक्षण Conservation of Momentum

यदि किसी निकाय पर कोई बाह्य बल कार्य न कर रहा हो तो, निकाय का कुल संवेग नियत रहता है।

कॉस्मिक रेज Cosmic Rays

अन्तरिक्ष से पृथ्वी की ओर आने वाले विद्युत आवेशित कणों को कॉस्मिक रेज कहते हैं, इनमें अधिकतर प्रोटॉन्स होते हैं परन्तु कुछ न्यूक्लीआई भी होते हैं जो जन-जीवन के लिए घातक माने जाते हैं।

कॉस्मोनॉट Cosmonaut

रूसी लोग अपने अन्तरिक्ष यात्री को कॉस्मोनॉट कहकर पुकारते हैं।

उल्टी गिनती Countdown

अन्तरिक्ष यान जब लॉचिंग स्टेशन को छोड़ने को होता है, तब उल्टी गिनती अर्थात दस, नौ, आठ, … शून्य, गिनने की प्रक्रिया को अपनाया जाता है और क्रमशः शून्य आने पर अन्तरिक्ष यान लॉचिंग स्टेशन को छोड़ देता है।

क्रायोजेनिक्स Cryogenics

यह भौतिकी की वह शाखा है जिसके अन्तर्गत अत्यन्त निम्न तापों का उत्पादन किया जाता है व उनके गुणों का अध्ययन करते हैं।

क्यूरी Curie

क्यूरी रेडियो ऐक्टिव पदार्थ के सक्रियता की इकाई है। यदि किसी रेडियो पदार्थ में 3.7×1010 विघटन प्रति सेकण्ड होते हैं तो उस पदार्थ की सक्रियता एक क्यूरी कहलाती है।

साइक्लोट्रॉन Cyclotron

साइक्लोट्रान एक कण-त्वरण मशीन है जिसमें आवेशित कण वृत्ताकार पथ में घूमते हैं।

विसरण Diffusion

दो या दो से अधिक पदार्थों का स्वत: एक-दूसरे में मिलकर समाँग मिश्रण बनाने की क्रिया को विसरण कहते हैं।

विवर्तन Diffusion

जब प्रकाश या ध्वनि तरंगें किसी अवरोध से टकराती हैं, तो वे अवरोध के किनारों पर मुड़ जाती है। तरंगों के इस प्रकार मुड़ने की घटना को विवर्तन कहते हैं।

डायोड Diode

डायोड एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक युक्ति है जिसमें केवल दो इलेक्ट्रोड, कैथोड व प्लेट होते हैं। इसके द्वारा इलेक्ट्रॉनों का उत्सर्जन करके धारा प्रवाहित की जाती है।

दिष्ट-धारा Direct-Current

दिष्ट धारा वह धारा है, जो सदैव एक ही दिशा में बहती है व जिसका परिमाण नियत रहता है।

विघटन Disintegration

विघटन वह प्रक्रिया है, जिसमें कोई नाभिक स्वत: या कृत्रिम रूप से रेडियो-ऐक्टिव किरणों का उत्सर्जन करता है।

वर्ण-विक्षेपण Dispersion

जब प्रिज्म पर होकर श्वेत प्रकाश गुजारा जाता है तो वह विभिन्न रंगों की अनेक किरणों में विभाजित हो जाता है। इस घटना को वर्ण-विक्षेपण कहते हैं।

डर्टी आइस Dirty ice

अन्तरिक्ष में पाये जाने वाले लोहे के कणयुक्त मिथेन व अमोनिया के जमे हुए ठोस कण, डर्टी आइस कहलाते हैं। इनका कार्य, ग्रह तथा उपग्रह निर्माण करने के लिए आवश्यक ठण्डा वातावरण उत्पन्न करना है।

डॉप्लर-प्रभाव Doppler’s Effect

जब किसी ध्वनि स्रोत व श्रोता के बीच आपेक्षिक गति (relative-motion) होती है तो श्रोता को ध्वनि की आवृत्ति, स्वाभाविक आवृत्ति से बदली हुई प्रतीत होती है। इसी को डाप्लर-प्रभाव कहते हैं।

इकोसाउन्डिंग Echo-Sounding

यह समुद्र की गहराई नापने की एक विधि है। इसमें ध्वनि की तरंगें पानी के भीतर भेजी जाती है जो समुद्र के तल से टकराकर लौट आती है। इन तरंगों द्वारा लिये गये समय से समुद्र तल की गहराई नापी जाती है।

प्रत्यास्थता Elasticity

प्रत्यास्थता किसी वस्तु के पदार्थ का वह गुण है जिसके कारण वस्तु किसी विरूपक बल (deforming force) के द्वारा हुये परिवर्तन का विरोध करती है व विरूपक बल हटा लेने पर अपनी पूर्व अवस्था को प्राप्त कर लेती है।

इलेक्ट्रॉन Electron

इलेक्ट्रॉन एक ऋणावेशित मूल कण है जो परमाणु में नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाता है।

वैद्युत-अपघटन Electrolysis

जब किसी लवण के जलीय विलयन में विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है, तो लवण ऋण व धन आयनों में टूट जाता है। इस प्रक्रिया को ही वैद्युत अपघटन कहते हैं।

वैद्युत सेल Electric Cell

विद्युत सेल एक ऐसी युक्ति है, जो किसी परिपथ में आवेश के प्रवाह को निरन्तर बनाये रखती है।

मूल आवेश Elementary Charge

प्रकृति में पाये जाने वाले छोटे-से-छोटे आवेश को मूल आवेश कहते हैं। मूल आवेश से कम आवेश सम्भव नहीं है। इसका मान 1.6×10-19 कूलॉम होता है।

विद्युत द्विध्रुव Electric Dipole

विद्युत द्विध्रुव ऐसा निकाय होता है जिसमें दो विपरीत आवेश एक दूसरे से कुछ दूरी पर स्थित होते हैं।

विद्युत क्षेत्र Electric Field

किसी आवेश के चारों ओर का वह क्षेत्र, जिसमें किसी अन्य आवेश को लाने पर, उस पर एक बल आरोपित होता है, विद्युत क्षेत्र कहलाता है।

विद्युत विभव Electric Potential

विद्युत क्षेत्र के किसी बिन्दु पर विद्युत विभव उस कार्य के बराबर होता है, जो एकांक आवेश को अनन्त से उस बिन्दु तक लाने में करना पड़ता है।

मूल कण Elementary Particles

भौतिकी में मूलकण के कण हैं, जिन्हें विभाजित नहीं किया जा सकता।

इलेक्ट्रॉन वोल्ट Electron Volt

इलेक्ट्रॉन बोल्ट ऊर्जा नापने की मात्रक है। एक इलेक्ट्रॉन वोल्ट में 1.6×10-19 जूल ऊर्जा होती है।

इन्थैल्पी Enthalpy

इन्थैल्पी एक ऊष्मागतिक फलन है। यह किसी निकाय की आन्तरिक ऊर्जा व दाब तथा आयतन के गुणनफल के योग के बराबर होती है।

समविभव पृष्ठ Equipotential surface

समविभव पृष्ठ एक ऐसा पृष्ठ है, जिसमें स्थित सभी बिन्दु समान विभव पर होते हैं।

पलायन वेग Escape Velocity

वह न्यूनतम वेग जो किसी पिण्ड को पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण से बाहर निकाल दे, पलायन वेग (Escape velocity) कहलाता है।

वाष्पन Evaporation

सामान्य ताप पर किसी द्रव के वाष्प में बदलने की क्रिया को वाष्पन कहते हैं।

फारेनहाइट पैमाना Fahrenheit Scale

यह ताप का वह पैमाना है जिस पर बर्फ का गलनांक 32°F व पानी का क्वथनांक 212°F होता है। इस पैमाने पर ताप को फारेनहाइट से प्रदर्शित करते हैं।

अवपात Fallout

नाभिकीय विस्फोट के पश्चात् रेडियोऐक्टिव पदार्थों के पृथ्वी पर गिरने की घटना को अवपात कहते हैं।

फाइबर-ऑप्टिक्स Fibre-Optics

इस प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रकाश के काँच की अत्यन्त बारीक व लचीली छड़ों द्वारा संचरण व इसके अन्तर्गत गुणों का अध्ययन करते हैं।

विखण्डन Fission

यह प्रक्रिया, जिसमें एक भारी नाभिक दो लगभग बराबर नाभिकों में टूट जाता है, विखण्डन कहलाती है। प्रतिदीप्ति (Fluorescence): प्रकृति में कुछ पदार्थ ऐसे पाये जाते हैं कि जब उन पर ऊंची आवृत्ति का प्रकाश डाला जाता है तो वे उसे अवशोषित कर लेते हैं व निचली आवृत्ति के प्रकाश का उत्सर्जन करते हैं। उत्सर्जन की यह घटना तभी तक होती है, जब तक उन पर प्रकाश डाला जाता है। इस घटना को प्रतिदीप्ति कहते हैं।

बल Force

बल वह क्रिया है, जो किसी वस्तु को स्थिर अथवा एक समान गति की स्थिति में परिवर्तन करने की प्रवृत्ति रखती है।

आवृत्ति Frequency

कोई दोलन करती हुई वस्तु एक सेकण्ड में जितने दोलन पूरे करती है; उसे उस वस्तु की आवृत्ति कहते हैं।

संलयन Fusion

जब दो हल्के नाभिक परस्पर संयुक्त होकर भारी नाभिक बनाते हैं तो इस प्रक्रिया को संलयन कहते हैं।

गुरूत्व Gravity

गुरूत्व वह आकर्षण बल है, जिससे पृथ्वी किसी वस्तु को अपने केन्द्र की ओर खींचती है।

अर्ध आयु Half Life

अर्ध आयु वह समय है, जिसमें कोई रेडियोऐक्टिव पदार्थ क्षय होकर अपनी प्रारम्भिक मात्रा का आधा रह जाता है।

ऊष्मा Heat

ऊष्मा एक प्रकार की ऊर्जा है, जो दो वस्तुओं के बीच उनके तापान्तर के कारण प्रवाहित होती है।

ऊष्मा पम्प Heat Pump

ऊष्मा पम्प एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा ऊष्मा के नीचे ताप से ऊंचे ताप पर भेजा जाता है। इस प्रक्रिया में पम्प को बाहर से कार्य प्रदान किया जाता है। ठडे देशों में इस तकनीक के द्वारा पानी से ऊष्मा निकालकर घरों में प्रवाहित की जाती है।

हर्त्ज Hertz

हर्त्ज आवृत्ति का मात्रक है।

होलोग्राफी Holography

होलोग्राफी एक लेसर तकनीक है, जिसके द्वारा बिना किसी कैमरा व लेंस की सहायता से त्रिविमीय (Three dimensional) चित्रों का फोटोग्राफ लिया जाता है।

हाइड्रोडाइनामिक्स Hydrodynamics

भौतिकी में द्रवों के प्रवाह के अध्ययन को हाइड्रोडाइनामिक्स कहते हैं।

हाइड्रोइलेक्ट्रिक Hydroelectric

पानी की सहायता से उत्पन्न विद्युत, जल-विद्युत (Hydroelectricity) कहलाती है, तेज पानी के बहाव के कारण जेनरेटर में लगे आरमेचर घूमने लगते हैं और विद्युत उत्पादन प्रारम्भ हो जाता है। इस प्रकार जल की स्थितिज (Potential) और गतिज (Kinetic) ऊर्जा द्वारा जल-टरबाइन के माध्यम से जो विद्युत उत्पन्न की जाती है, उसे जल-विद्युत कहा जाता है।

इम्पीडेन्स Impedence

एक प्रत्यावर्ती धारा के परिपथ में उपस्थित कुल प्रतिरोध इम्पीडेन्स कहलाता है।

इन्केन्डेसेंस Incadescence

यह तार की वह अवस्था है जिसमें विद्युत तार से प्रवाहित होकर इसे लाल कर देती है और यह चमकने लगता है।

प्रेरण Induction

जब कोई चालक किसी चुम्बकीय क्षेत्र में क्षेत्र की फ्लक्स रेखाओं को काटते हुये गति करता है तो चालक के सिरों के बीच एक वैद्युत विभवान्तर प्रेरित हो जाता है। इस घटना को प्रेरण कहते हैं।

जड़त्व Inertia

यदि कोई वस्तु स्थिर है या एक सरल रेखा में समान वेग से गतिमान है तो वह अपनी उसी अवस्था में बनी रहती है जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल न लगाया जाय। इसी को जड़त्व कहते हैं।

व्यतिकरण Interference

जब किसी माध्यम में समान आवृत्ति व आयाम की दो तरंगें एक साथ एक ही दिशा में गति करती है तो माध्यम से कुछ बिन्दुओं पर परिणामी तीव्रता अधिकतम होती है व कुछ बिन्दुओं पर न्यूनतम होती है। इस घटना को व्यतिकरण कहते हैं।

इन्फ्रा रैड किरण Infra-Red Rays

सूर्य के प्रकाश में सात रंगों का समावेश होता है, जिसे स्पेक्ट्रम कहते हैं। इन सात रंगों के अलावा इस स्पेक्ट्रम के लाल रंग के तरफ जो अदृश्य विकिरण होता है, इसे इन्फ्रारेड विकिरण कहते हैं। इसका तरंगदैर्ध्य बहुत अधिक होता है तथा इसकी आवृति (Frequency) कम होती है।

अवरक्त विकिरण Infrared Radiation

विद्युत-चुम्बकीय विकिरण का वह भाग जिसकीतरंगदैर्ध्य लाल प्रकाश की तरंगदैर्ध्य से अधिक होती है, अवरक्त विकिरण कहलाता है।

आयनोस्फीयर Ionosphere

यह क्षेत्र पृथ्वी के ऊपर 80 किमी. से 640 किमी. तक की ऊँचाई में पाया जाता है। यह क्षेत्र मुख्यतः आयनों का बना होता है। इस क्षेत्र में अनेक विद्युतीय व चुम्बकीय क्रियाएँ होती रहती हैं।

आइसोक्लीनिक लाइन्स Isoclinic Lines

वे रेखाएँ, जो समान नमन कोण वाले स्थानों को मिलाती हैं, आइसोक्लीनिक लाइन्स कहलाती हैं।

समभारिक Isobars

भिन्न-भिन्न तत्वों को वे परमाणु जिनका परमाणु भार तो समान होता है, परन्तु परमाणु संख्या भिन्न-भिन्न होती है, समभारिक कहलाते हैं।

आइसोडायनेमिक लाइन्स Isodynamic Lines

वे रेखाएँ, जो उन स्थानों को मिलती हैं, जहाँ पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता के क्षैतिज घटक के मान समान हों, आइसोडायनेमिक लाइन्स कहलाती हैं।

आइसोगोनिक लाइन्स Isogonic Lines

वे रेखाएँ जो समान दिकपात के स्थानों को मिलाती है, आइसोगोनिक लाइन्स कहलाती हैं।

आइसोथर्मल लाइन्स Isothermal Lines

वे रेखाएँ जो समान ताप वाले स्थानों को मिलाती हैं, आइसोथर्मल लाइन्स कहलाती हैं।

आइसोटोनिक Isotonic

वे स्थान जिनके दाब समुद्र की सतह को आधार मानते हुए समान हों, आइसोटोनिक कहलाते हैं।

समस्थानिक Isotopes

एक ही तत्व को वे परमाणु, जिनकी परमाणु संख्या समान होती है। परन्तु परमाणु भार भिन्न-भिन्न होता है, समस्थानिक कहलाते हैं।

केल्विन Kelvin

ऊष्मा गतिकी में ताप को केल्विन में मापते हैं। शून्य डिग्री केल्विन प्रकृति में पाया जाने वाला न्यूनतम ताप है।

गतिज ऊर्जा Kinetic Energy

किसी वस्तु में उसकी गति के कारण जो ऊर्जा होती है, उसे गतिज ऊर्जा कहते हैं।

गुप्त ऊष्मा Latent Heat

अवस्था परिवर्तन के समय पदार्थ द्वारा ली गई या दी गई ऊष्मा को गुप्त ऊष्मा कहते हैं। यह ऊष्मा पदार्थ के माप को नहीं बढ़ातीं।

लैटिस Lattice

पदार्थ में अणुओं के नियमित रूप में व्यवस्थित रहने वाले निकाय को ‘लैटिस’ (जालक) कहते हैं।

लेसर Laser

Light Amplification by Stimulated Emission of Radiation लेसर का पूरा रूप है लेसर किरणों में दिशात्मकता, संबद्धता तथा उच्च तीव्रता के गुण होते हैं।

प्रकाश Light

विद्युत चुम्बकीय तरंगों के उस भाग को, जिसकी तरंगदैर्ध्य 4 × 10-7 मीटर से लेकर 7 × 10-7 मीटर होती है, प्रकाश कहते हैं।

अनुदैर्ध्य तरंगें Longitudinal Waves

अनुदैर्ध्य तरंगों में माध्यम के कण, तरंग के संचरण की दिशा के समान्तर कम्पन करते हैं।

ल्यूमेन Lumen

प्रकाशमिति (photometry) में ज्योति फ्लक्स (Luminous flux) के मात्रक को ‘ल्यूमेन’ कहते हैं।

लक्स Lux

प्रकाशमिति में प्रदीप्ति-घनत्व (Illuminance) के मात्रक को ‘लक्स’ कहते हैं।

मैक संख्या Mach Number

मैक संख्या किसी वस्तु के वेग व ध्वनि के वेग के अनुपात को प्रदर्शित करती है।

चुम्बक Magnet

चुम्बक वह पदार्थ है, जिनमें आकर्षण का गुण पाया जाता है तथा जो स्वतंत्रतापूर्वक सदैव उत्तर-दक्षिण दिशा में ठहरता है।

चुम्बकीय क्षेत्र Magnetic Field

किसी चुम्बक के चारों ओर का वह क्षेत्र जिसमें किसी चुम्बकीय सुई पर बल आघूर्ण आरोपित होता है जिसके कारण वह घूमकर एक निश्चित दिशा में ठहरती है, चुम्बकीय क्षेत्र कहलाता है।

चुम्बकीय सुई Magnetic Needle

चुम्बकीय सुई एक छोटी सी सुई होती है, जो काँच की एक डिबिया में बन्द रहती है तथा सदैव उत्तर-दक्षिण दिशा में ठहरती है। इसका उपयोग दिशा आदि ज्ञात करने में किया जाता है।

आवर्धन क्षमता Magnifying Power

किसी प्रकाशिक यंत्र की आवर्धन क्षमता, यंत्र से बने प्रतिबिम्ब द्वारा ऑख पर बनने वाले दर्शनकोण (visual angle) तथा बिना यंत्र के केवल आँख से देखने पर वस्तु द्वारा बने दर्शन कोण के बराबर होती है।

मेसर Maser

‘Microwave Amplification by Stimulated Emission of Radiation’ मेसर का पूरा रूप है। मेसर का प्रयोग रडार आदि में करके कृत्रिम उपग्रहों का ठीक-ठीक पता लगाया जाता है।

द्रव्यमान संख्या Mass Number

नाभिक में प्रोटॉनों व न्यूट्रॉनों की संख्या को द्रव्यमान संख्या कहते हैं।

द्रव्यमान-स्पेक्ट्रोमीटर Mass-spectrometer

द्रव्यमान-स्पेक्ट्रोमीटर एक ऐसा यंत्र है, जिसकी सहायता से तत्वों के परमाणु द्रव्यमान ज्ञात किये जाते हैं।

मैकेनिकल इक्युवेलेन्ट ऑफ हीट Mechanical Equivalent of Heat

एक कैलोरी ऊष्मा उत्पन्न करने के लिए आवश्यक कार्य की मात्रा को मैकेनिकल इक्युवेलेन्ट ऑफ हीट कहते हैं।

मेट्रोलॉजी Metrology

द्रव्यमान, समय व लम्बाई के ठीक-ठीक मापन को मेट्रोलॉजी कहते हैं।

माइक्रोस्कोप Microscope

माइक्रोस्कोप एक ऐसा यंत्र है जिसकी सहायता से छोटी-छोटी वस्तुओं को बड़े आकार में देखा जाता है।

माइक्रोवेव कम्यूनिकेशन Microwave Communication

उस वायरलैस संचार व्यवस्था को कहते हैं, जिसमें वैवलैन्थ 1 मिमी. से 30 सेंटीमीटर तक होती है।

माइक्रोतरंगें Microwaves

माइक्रोतरंगें वे तरंगें हैं जिनकी तरंगदैर्ध्य अवरक्त तरंगों व रेडियो तरंगों के बीच होती है।

अर्द्धरात्रि सूर्य Midnight Sun

उत्तर ध्रुव पर सूर्य 21 मार्च से 23 सितम्बर तक लगातार चमकता रहता है, अतः वहाँ सूर्य रात्रि को भी दिखाई देता है। नार्वे को ‘अर्द्धरात्रि का सूर्य का देश’ कहते हैं।

मरीचिका Mirage

रेगिस्तानी स्थानों में एक विचित्र घटना होती है, यहाँ पर अधिक गर्मी के कारण हवा विरल हो जाती है, उसके अनेक स्तरों में प्रकाश की किरणे गुजर कर पूर्ण परावर्तन करती हैं जिससे पेड़ उल्टा दिखाई देता है तथा मृगों को पानी का आभास होता है, जबकि वहाँ पानी नहीं होता, यह घटना मरीचिका कहलाती है।

मोल Mole

यदि हम किसी पदार्थ का एक ग्राम अणु लें तो उसमें अणुओं की संख्या होती है तथा इसका मान 6×1023 होता है। इसे ही मोल कहते हैं।

अणु Molecule

किसी तत्व अथवा यौगिक का वह सूक्ष्मतम कण जिसमें उसके सभी गुण विद्यमान रहते हैं तथा जो स्वतंत्र अवस्था में रह सकता है, अणु कहलाता है।

संवेग Momentum

किसी वस्तु के द्रव्यमान व वेग के गुणनफल को संवेग कहते हैं।

समुद्री दूरी Nautical Mile

समुद्र में दूरी मापने की इकाई है। एक नाटिकल मील = 6080 फीट है।

न्यूट्रॉन तारे Neutron Stars

न्यूट्रॉन तारे वे तारे हैं, जिनमें अधिकतम संख्या में न्यूट्रॉन होते हैं।

न्यूटन Newton

न्यूटन बल की इकाई है।

न्यूट्रॉन Neutron

न्यूट्रॉन एक आवेश रहित मूल कण है, जो परमाणु के नाभिक में रहता है।

न्यूट्रॉन बम Neutron Bomb

न्यूट्रॉन बम के द्वारा सिर्फ जीव-जन्तुओं का विनाश होता है। इससे मकानों आदि को कोई क्षति नहीं पहुँचती तथा अवपात भी नहीं होता।

एन.टी.पी.  N.T.P.

एनटीपी सामान्य ताप व दाब का पूरा रूप है। एनटीपी पर किसी गैस के एक मोल का आयतन 22.4 लीटर होता है।

ओम Ohm

ओम, विद्युत प्रतिरोध की इकाई है।

प्रकाशिकी Optics

प्रकाशिकी, भौतिक की वह शाखा है, जिसके अंतर्गत प्रकाश के गुणों व उसके संचरण का अध्ययन किया जाता है।

ओजोन स्फीयर Ozone Sphere

समुद्र की सतह से 10 से 50 किमी. तक की ऊँचाई तक फैले हुए वायुमण्डल को ओजोन स्फीयर कहते हैं, इस भाग में ओजोन अधिकता में रहती है, इसमें तापमान लगभग समान रहता है तथा आधी व तूफान नहीं आते। यह सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों (UV-rays) को अवशोषित कर लेता है।

कण त्वरक Particle Accelerator

त्वरक (Accelerator) ऐसी मशीन है, जिसके द्वारा आवेशित कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ाई जाती है। इसमें आवेशित कणों को चुम्बकीय क्षेत्र में से गुजारा जाता है।

पास्कल Pascal

पास्कल दाब मापने की इकाई है।

लोलक Pendulum

यदि किसी द्रव्यमान को धागे से बांधकर दृढ़ आधार से लटका दिया जाये तो उसे समायोजन लोलक कहते हैं।

आदर्श गैस Perfect Gas

आदर्श गैस वह गैस है जो दाब, ताप व आयतन की सभी परिस्थितियों में बायल व चार्ल्स के नियम का पालन करती है।

प्रकाश विद्युत प्रभाव Photo Electric Effect

विभिन्न धातुओं पर प्रकाश डाला जाता है तो उनकी सतह से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। इस घटना को प्रकाश विद्युत प्रभाव कहते हैं।

फोटान Photon

ये ऊर्जा के बण्डल होते हैं; तथा प्रकाश की चाल से चलते हैं।

फोटो उत्सर्जन Photo Emission

जब प्रकाश कुछ धातुओं की सतह पर पड़ता है तो उन से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होने लगते हैं। इस प्रक्रिया को फोटो उत्सर्जन कहते हैं तथा इन इलेक्ट्रॉनों को फोटोइलेक्ट्रॉन कहते हैं।

दाब विद्युत प्रभाव Piezo Electric Effect

जब किसी क्रिस्टल के सिरों के बीच दाब लगाया जाता है तो सिरों के बीच विभवान्तर उत्पन्न हो जाता है। दाब के प्रभाव से उत्पन्न होने वाले इस विभवान्तर को ही दाब विद्युत प्रभाव कहते हैं।

प्लांक नियताँक Planck’s Constant

प्लॉक नियताँक एक सार्वत्रिक नियताँक है। इसका मान 6.64×10-34 जूल-सेकण्ड होता है।

प्लाज्मा Plasma

प्लाज्मा गैस की वह अवस्था है, जिसमें धन आयन व इलेक्ट्रॉन स्वतंत्र अवस्था में रहते हैं। यह गैस विद्युत चालक होती है।

ध्रुवण Polarisation

कणों का सिर्फ एक ही तल में कम्पन ध्रुवण कहलाता है। ध्रुवण के द्वारा यह सिद्ध होता है कि प्रकाश तरंगें अनुप्रस्थ तरंगें हैं।

पाजीट्रॉन Positron

पाजीट्रॉन एक मूल कण है, जो सभी प्रकार से इलेक्ट्रॉन के समान होता है, परन्तु आवेश इलेक्ट्रॉन के बराबर व धनात्मक होता है।

विभवान्तर Potential Difference

किसी चालक के सिरों के बीच विभवान्तर, उनके बीच एकांक आवेश के गति करने में किये गये कार्य के बराबर होता है।

शक्ति Power

कार्य करने की दर को शक्ति कहते हैं। इसका मात्रक वॉट होता है।

दाब Pressure

एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को दाब कहते हैं।

प्रिज्म Prism

प्रिज्म काँच या किसी पारदर्शी माध्यम की एक बहुफलकी आकृति होती है। प्रिज्म श्वेत प्रकाश को उसके विभिन्न घटक रंगों में विभाजित कर देता है।

प्रोटॉन Proton

प्रोटॉन एक धनात्मक मूल कण है, जो परमाणु के नाभिक में पाया जाता है।

रेडियोसक्रियता Radioactivity

यूरेनियम तथा इसके लवणों से कुछ अदृश्य किरणे स्वतः ही निकलती है तो अपारदर्शी पदार्थों में प्रवेश कर जाती है तथा फोट्रोग्राफिक प्लेट को प्रभावित करती है। इसी को रेडियो सक्रियता कहते हैं।

दिष्टकारी Rectifier

दिष्टकारी एक ऐसी युक्ति है, जिसमें धारा केवल एक ही दिशा में बहती है। इसका प्रयोग प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा में बदलने में किया जाता है।

परावर्तन Reflection

जब प्रकाश को किसी चिकने पृष्ठ पर डाला जाता है तो उसका अधिकांश भाग वापस लौट जाता है। इस प्रकार चिकने पृष्ठ से टकराकर वापस लौटने की घटना को परावर्तन कहते हैं।

अपवर्तन Refraction

जब प्रकाश किरणें एक माध्यम दूसरे माध्यम में प्रवेश करती है तो वे अपने मार्ग से विचलित हो जाती है। इस प्रक्रिया को अपवर्तन कहते हैं।

आपेक्षिक घनत्व Relative Density

किसी पदार्थ का आपेक्षिक घनत्व, उस पदार्थ के किसी आयतन के भार व 4°C ताप वाले जल के उतने ही आयतन के भार के अनुपात के बराबर होता है।

आपेक्षिकता Relativity

आपेक्षिकता का सिद्धान्त प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइन्स्टीन ने दिया था। उन्होंने बताया कि आकाश में किसी भी पिण्ड की निरपेक्ष गति का मापन संभव नहीं है तथा प्रत्येक प्रेक्षक के लिए, चाहे वे एक दूसरे के सापेक्ष किसी भी गति से गतिमान क्यों न हों, प्रकाश का वेग स्थिर है।

प्रतिरोध Resistance

किसी चालक का प्रतिरोध, उसके सिरों के बीच के विभवान्तर व उसमें बहने वाली धारा के अनुपात के बराबर होता है।

अनुनाद Resonance

जब किसी वस्तु पर लगाये गये बाह्य बल की आकृति, वस्तु की अपनी स्वाभाविक आवृत्ति के बराबर हो जाती है तो इस दशा में वस्तु के कम्पनों का आयाम बहुत अधिक हो जाता है। इस घटना को अनुनाद कहते हैं।

अपवर्तनांक Refractive Index

जब प्रकाश की किरणें एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो आपतन कोण के sine व अपवर्तन कोण के sine अनुपात को प्रथम माध्यम के सापेक्ष द्वितीय माध्यम का अपवर्तनांक कहते हैं।

उपग्रह Satellite

उपग्रह वे पिण्ड हैं, जो किसी ग्रह का चक्कर लगाते हैं।

प्रकीर्णन Scattering

जब प्रकाश धूल तथा अन्य पदार्थों के अत्यन्त सूक्ष्मकणों से होकर गुजरता है तो सभी दिशाओं में प्रसारित हो जाता है। इस घटना को प्रकीर्णन कहते हैं।

प्रस्फुरण Scintillation

जब कुछ पदार्थों पर प्रकाश आपतित होता है तो उनसे हल्की-हल्की चमक निकलती है। इस घटना को प्रस्फुरण कहते हैं।

अर्द्धचालक Semiconductor

वे पदार्थ जिनकी चालकता; चालक व अचालक पदार्थों के बीच होती है, अर्द्धचालक कहलाते हैं।

निकट दृष्टिदोष Shortsightedness

इस दृष्टि दोष में व्यक्ति को निकट की वस्तुएँ तो स्पष्ट दिखाई देती हैं, परन्तु दूर की वस्तुएँ स्पष्ट दिखायी नहीं देतीं।

सरल आवर्त गति Simple Harmonic Motion

सरल आवर्त गति एक ऋजुरेखीय गति है,जो एक निश्चित बिन्दु के इधर-उधर होती है।

स्लाइड प्रक्षेपित्र Slide Projector

यह एक ऐसा यंत्र है, जिसका उपयोग किसी पारदर्शी वस्तु जैसे स्लाइड आदि के प्रतिबिम्ब को पर्दे पर प्रक्षेपित करने के लिए किया जाता है।

ध्वनि Sound

ध्वनि यांत्रिक तरंगों के रूप में संचरित होती है। इन तरंगों के संचरण के लिये किसी-न-किसी माध्यम का होना आवश्यक है।

विशिष्ट प्रतिरोध Specific Resistance

विशिष्ट प्रतिरोध किसी चालक का वह प्रतिरोध है, जिसका मान सिर्फ चालक के पदार्थ पर निर्भर करता है। वह चालक की लम्बाई व अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर निर्भर नहीं करता।

स्पेक्ट्रम Spectrum

जब श्वेत प्रकाश प्रिज्म में से होकर गुजरता है तो वह विभिन्न रंगों के नियमित क्रम में विभाजित हो जाता है। रंगों के इस क्रम को ही स्पेक्ट्रम कहते हैं।

चाल Speed

किसी वस्तु द्वारा एकांक समय में चली गई दूरी को चाल कहते हैं।

विकृति Strain

बाह्य बल लगाने पर वस्तु की आकृति अथवा आकार में हुए परिवर्तन को विकृति कहते हैं।

अतिचालकता Super Conductivity

जब कुछ धातुओं, जैसे-पारा, जस्ता आदि का ताप अत्यधिक कम कर दिया जाता है तो इन धातुओं का विद्युत प्रतिरोध शून्य हो जाता है तथा इस अवस्था में इन धातुओं में धारा कई दिनों तक बगैर किसी विद्युत स्रोत के बहती रहती है। इसी को अतिचालकता कहते हैं।

अतिशीतलन Super Cooling

द्रवों का धीमा तथा लगातार शीतलन, जिसके कारण उनका ताप, उनके हिमांक से नीचे पहुंच जाता है।

पृष्ठ तनाव Surface Tension

द्रव का मुक्त पृष्ठ एक तनी हुई झिल्ली की भांति व्यवहार करता है, जिससे उसके पृष्ठ में एक तनाव रहता है। इस दशा में पृष्ठ सिकुड़ कर अपना पृष्ठीय क्षेत्रफल न्यूनतम करने की प्रवृत्ति रखता है।

ताप Temperature

किसी वस्तु का ताप उसके ठण्डेपन अथवा गर्माहट को प्रदर्शित करता है। ऊष्मा सदैव अधिक ताप से कम ताप की ओर प्रवाहित होती है।

ताप युग्म Thermo Couple

ताप युग्म दो धातुओं से बना एक परिपथ होता है। यदि इस परिपथ की दोनों सन्धियों (junctions) को भिन्न-भिन्न तापों पर रखा जाये तो परिपथ में धारा प्रवाहित होने लगती है।

ऊष्मागतिकी Thermodynamics

ऊष्मागतिकी के अन्तर्गत, ऊष्मा व कार्य की समतुल्यता का अध्ययन करते हैं।

तापायनिक उत्सर्जन Thermo-ionic-Emmission

जब किसी सतह का ताप बहुत बढ़ जाता है तो द्रव के आयन सतह को छोड़कर पलायन करने लगते हैं, यह तापायनिक उत्सर्जन कहलाता है।

देहली आवृत्ति Threshold Frequency

किसी तल से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित करने के लिए आपतित प्रकाश की न्यूनतम आवृत्ति, देहली आवृत्ति (Threshold Frequency) कहलाती है।

आवर्तकाल Time Period

किसी कम्पायमान वस्तु द्वारा एक कम्पन में लिये गये समय को आवर्तकाल कहते हैं।

पूर्ण आन्तरिक परावर्तन Total Internal Reflection

जब प्रकाश की किरणें क्रान्तिक कोण से अधिक आपतन कोण बनाती हुई सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाती हैं, तो यह किरणे सघन माध्यम की सतह से टकराकर साधारण परावर्तन के नियमों के अनुसार वापस लौट जाती है, यह घटना प्रकाश का पूर्ण आन्तरिक परावर्तन कहलाती है।

अनुप्रस्थ तरंगे Transverse Wave

अनुप्रस्थ तरंगें हैं; जिसमें माध्यम के कणों का विस्थापन तरंग संचरण की दिशा के लम्बवत् होता है।

ट्रांस यूरेनिक तत्व Trans Uranic Element

यूरेनियम तत्व के बाद पाये जाने वाले सभी तत्व, जिनकी परमाणु संख्या यूरेनियम से अधिक होती है, ट्रांस यूरेनिक तत्व कहलाते हैं, यह प्रयोगशाला में त्ववांतरण द्वारा प्राप्त किये जाते हैं। ये प्राकृतिक रूप में नहीं पाए जाते।

ट्रिबोलाजी Tribology

इसके अन्तर्गत सतहों के घर्षण, चिकनेपन आदि का अध्ययन किया जाता है।

ट्रायोड Triode

यह तीन इलैक्ट्रोड युक्त एक नलिका होती है, जिसके भीतर निर्वात होता है। इन इलैक्ट्रोडों के नाम क्रमशः प्लेट, कैथोड व ग्रिड हैं, यह एक ऐम्पलीफायर की भांति कार्य करता है।

क्षोभ मण्डल Troposphere

यह वायुमण्डल की पृथ्वी की सबसे समीप स्थित पर्त है, इसकी ऊँचाई समुद्र की सतह से लगभग 12 किलोमीटर है। पृथ्वी की सतह पर पड़ने वाले दाब का 3/4 भाग क्षोभ मण्डल के कारण होता है, यह भाग तूफान, बादल, बिजली आदि का क्षेत्र होता है।

स्वरित्र द्धिभुज Tuning Fork

स्वरित्र द्विभुज एक ध्वनि उत्पादक यंत्र है जिसके द्वारा विभिन्न आवृत्तियों की ध्वनि उत्पन्न की जाती है।

पराश्रव्य तरंगें Ultrasonic Waves

पराश्रव्य तरंगें वे तरंगें हैं, जिनकी आवृत्ति 20,000 हर्ट्ज़ से अधिक होती है। ये तरंगें मनुष्य द्वारा नहीं सुनी जा सकतीं परन्तु विभिन्न जीव-जन्तु इन्हें सुन सकते हैं।

पराबैंगनी विकिरण Ultraviolet Radiation

पराबैंगनी विकिरण, विकिरण का वह भाग है, जिसकी तरंगदैर्ध्य बैंगनी प्रकाश से कम होती है।

वान ऐलन पट्टियाँ Van Allen Belts

पृथ्वी को घेरे दो क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ पर कॉस्मिक विकिरण बहुत अधिक होता है। भीतरी पट्टी से 1000 से 3500 किमी. तक और बाहरी पट्टी पर 1500 किमी. दूरी के लगभग।

श्यानता Viscosity

प्रत्येक द्रव व तरल पदार्थ गति करते समय अपनी पतों के बीच आन्तरिक घर्षण का अनुभव करता है। यही बल द्रवों की श्यानता कहलाता है।

परम शून्य Absolute Zero

सैद्धान्तिक रूप से संभव न्यूनतम ताप को 0K या परम शून्य कहते हैं 0K=-273.15°C (K = केल्विन, C= सेल्सियस)

ध्वनिकी Acoustics

भौतिकी की वह शाखा, जिसमें ध्वनि का अध्ययन किया जाता है।

एक्टिनोमीटर Actinometer

विद्युत्-चुम्बकीय विकिरण की तीव्रता मापने वाला यंत्र। इसका सिद्धांत प्रतिदीप्ति (fluorescence) पर आधारित है।

पवनवेगमापी Anemometer

वायु की चाल को मापने वाला यंत्र।

बार Bar

यह दाब का एक मात्रक है, बार = 105 न्यूटन/मी2

क्रोमाट्रॉन Chromatron

यह एक प्रकार की कैथोड किरण नलिका (cathode-ray tube, CRT) होती है, जिसमें चार स्क्रीन होते हैं तथा जिसका प्रयोग रंगीन टेलीविजन में किया जाता है।

किरीट Corona

पूर्ण सूर्य-ग्रहण के समय सूर्य के चारों ओर जो आभा (halo) दिखाई देती है उसे किरीट या करोना कहते हैं।

क्रायोजेनिक्स Cryogenics

निम्न ताप पर घटनाओं तथा पदार्थों का अध्ययन ही क्रायोजेनिक्स का विषय है।

साइबरनेटिक्स Cybernetics

मशीनों तथा जीवों में संचार एवं नियंत्रण की क्रियाविधि के अध्ययन से संबंधित विज्ञान की साइबरनेटिक्स कहते हैं।

शुष्क बर्फ Dry Ice

संघनित होकर ठोस बनी हुई कार्बन डाइ-ऑक्साइड को शुष्क बर्फ कहते हैं।

इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफ Electrocardiograph, ECG

हृदय की पेशियों के संकुचन से संबद्ध (associated) धारा तथा वोल्टेज की तरंगों को जब रिकॉर्ड कर लिया जाता है या स्क्रीन पर देखा जाता है तो उसे इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफ कहते हैं। इसका उपयोग हृदय रोगों के निदान में किया जाता है।

इलेक्ट्रोऐन्सेफेलोग्राफ Electroencephalograph, EEG

मस्तिष्क की वैद्युत क्रियाशीलता (activity) का ट्रेस या ग्राफ ही EEG कहलाता है। खोपड़ी के विभिन्न भागों पर इलेक्ट्रोड लगाकर मस्तिष्क की वैद्युत तरंगों का ग्राफ प्राप्त किया जाता है। इससे व्यक्ति की चेतना के स्तर (level of consciousness) का पता चलता है और मस्तिष्क के रोगों का निदान किया जाता है।

एण्डोस्कोप Endoscope

यह एक यंत्र है जिसके द्वारा शरीर के आंतरिक भागों को प्रकाश तंतु की नलिका द्वारा देखा जाता है। यह यंत्र प्रकाश के पूर्ण आतरिक परावर्तन के सिद्धांत पर कार्य करता है।

गैलन Gallon

यह आयतन या धारक क्षमता (capacity) का एक पुराना मात्रक है, जिसका मान ब्रिटेन में 4.546 लीटर तथा अमेरिका में 3.785 लीटर होता है।

जी एम काउण्टर Geiger-Muller (GM) Counter

इस यंत्र द्वारा रेडियोऐक्टिव पदार्थ से उत्सर्जित विकिरण की उपस्थिति तथा उसकी तीव्रता का पता लगाया जाता है।

अश्व शक्ति Horsepower, hp

यह पावर का एक मात्रक है, जिसका मान लगभग 746 वाट के तुल्य होता है।

दीर्घ दृष्टि Hypermetropia

यह एक दृष्टिदोष है, जिसमें व्यक्ति पास की वस्तुओं को स्पष्ट रूप में नहीं देख पाता है। इसके निवारण के लिए उत्तल लेन्स से बने चश्मे का प्रयोग किया जाता है। उसके चश्मे की पावर धनात्मक होती है।

इकोनोस्कोप Iconoscope

एक प्रकार का कैमरा है जो प्रकाशीय प्रतिबिम्ब को वैद्युत् सिग्नल में बदलता है।

इन्फ्रासोनिक तरंगें Infrasonic Waves

वे ध्वनि तरंगें जिनकी आवृत्ति 16 हर्ट्ज से कम होती है। श्रव्य परास 16-20,000 हर्ट्ज़ होता है।

क्लाइस्ट्रॉन Kystron

माइक्रोवेव (सूक्ष्मतरंगें) उत्पन्न करने तथा उनका प्रवर्धन करने वाली इलेक्ट्रॉन ट्यूब को क्लाइस्ट्रॉन कहते हैं

मैक मीटर Machmeter

यह वह यंत्र है, जिससे वायुयान की चाल ध्वनि की चाल के पदों में ज्ञात की जाती है।

मैक संख्या Mach Number

किन्हीं नियम परिस्थितियों में किसी वस्तु की चाल तथा ध्वनि की चाल के अनुपात को उस वस्तु की मैक संख्या कहते हैं।

मैनोमीटर Manometer

किसी गैस का दाब मापने का यंत्र।

मन्दक Moderator

यह वह पदार्थ है (जैसे ग्रेफाइट, हेवीवाटर आदि) जिसका उपयोग नाभिकीय रिएक्टर में न्यूट्रॉनों को मन्दित (slow) करने के लिए किया जाता है।

निकट दृष्टि Myopia

यह एक दृष्टि दोष है जिसमें व्यक्ति दूर की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से नहीं देख पाता है। इस दोष के निवारण के लिए उचित फोकस दूरी वाला अवतल लेन्स से बना हुआ चश्मा पहनना पड़ता है। चश्मे की पावर ऋणात्मक होती है।

नाविक मील Nautical Mile

इनका प्रयोग समुद्री यात्रा में दूरी के मात्रक के रूप में किया जाता है।

1 नाविक मील = 1,852 मीटर = 1.15078 मील

नेफोस्कोप Nephoscope

खगोलीय पदार्थों (बादल भी शामिल हैं) की चाल मापने वाला यंत्र।

आउन्स Ounce

संहति मापने का एक मात्रक।

1 आउन्स (oz) = 31.1 ग्राम

ओजोन पर्त Ozone Layer

ऊपरी वायुमण्डल में 15 से 50 किलोमीटर के मध्य ओजोन-समृद्ध पर्त। इस पर्त की सघनता लगभग 23 किलोमीटर की ऊंचाई पर अधिकतम होती है।

पारसेक Parsec

यह खगोलीय दूरियों को मापने का एक मात्रक है।

पेरीहीलियन Perihelion

किसी ग्रह या धूमकेतु के पथ का वह बिन्दु जबकि वह ग्रह या धूमकेतु सूर्य के निकटतम होता है।

फोन Phon

यह ध्वनि की प्रबलता को मापने का एक मात्रक है।

स्फुरदीप्ति Phosphorescence

यह वह घटना (phenomenon) है जिसमें पदार्थ किसी तरंगदैर्ध्य का विद्युत् चुम्बकीय विकिरण अवशोषित करने के पश्चात् उससे अधिक तरंगदैर्ध्य का विकिरण उत्सर्जित करता है। प्रकाश स्रोत को हटा लेने के बाद भी स्फुरदीप्ति की घटना होती रहती है। फॉस्फोरस का चमकना इसका एक उदाहरण है।

क्वार्क Quarks

प्रत्येक पदार्थ के ये अंतिम अंश हैं जिनसे उसके प्रोटॉन, न्यूट्रॉन, आदि बने होते हैं। इनका विद्युत् आवेश, इलेक्ट्रॉन आवेश e की एक भिन्न [latex] \left( \frac { 1 }{ 3 } e \right)[/latex] या [latex]\left( \frac { 2 }{ 3 } e \right)[/latex] होता है। इलेक्ट्रॉन, म्यूऑन, आदि भी लेप्टोक्वार्क मात्रक क्वार्क से बने होते हैं।

रमन प्रभाव Raman effect

जब एक ही तरंगदैर्ध्य वाला प्रकाश (monochromatic light) किसी पारदर्शी माध्यम में से गुजरता है तो प्रारिम्भक प्रकाश के कुछ फोटॉन या तो ऊर्जा प्राप्त करते हैं या ऊर्जा खो देते हैं (gain or lose energy), फलस्वरूप निर्गत प्रकाश में प्रारम्भिक तरंगदैर्ध्य के अतिरिक्त अन्य तरग-दैध्र्य भी उपस्थित होती हैं, जिनके परिमाणों में एक निश्चित अंतर होता है। इस कार्य के लिए भारतीय वैज्ञानिक प्रो. सीवी रमन को सन् 1930 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

स्फ़िग्मोमेनोमीटर Sphygmomanometer

मनुष्य के रक्त का दाब (blood pressure) मापने वाला यंत्र।

टैक्योन Techyon

एक संभावित कण जिसकी चाल, प्रकाश की चाल से भी अधिक हो सकती है। इसका प्रस्ताव एक भारतीय वैज्ञानिक ईसीजी सुदर्शन ने रखा था। अभी तक इस कण को प्रयोग द्वारा नहीं देखा जा सकता है।

टोमोग्राफी Tomography

यह वह तकनीक (technique) है जिसके द्वारा शरीर के किसी भी तल (plane) का ×-किरणों की सहायता से, फोटो लिया जा सकता है।

ट्रांसपोण्डर Transponder

एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जिसकी सहायता से किसी सिग्नल को प्राप्त किया जा सकता है और फिर उसकी अनुक्रिया (response) भी उपकरण द्वारा स्वतः ही दी जा सकती है।

यूडोमीटर Udometer

वर्षामापक यंत्र (rain gauge) को ही यूडोमीटर कहते हैं।

वेन्चुरीमीटर Venturimeter

एक ऐसी युक्ति (device) जिसकी सहायता से तरह पदार्थों (द्रव तथा गैस) को प्रवाह की दर (rate of flow) ज्ञात की जाती है।

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