देसाई-लियाकत समझौता Desai-Liaquat Pact
1945
अभी भी गतिरोध को दूर के प्रयास करने के प्रयास चल रहे थे। इन्हीं प्रयासों के तहत केंद्रीय विधान मंडल में कांग्रेस के नेता भूलाभाई देसाई, केंद्रीय विधानमंडल में ही मुस्लिम लीग के उपनेता लियाकत अली खान से मिले तथा दोनों ने मिलकर केंद्र में अंतरिम सरकार के गठन हेतु एक प्रस्ताव तैयार किया। इस प्रस्ताव में प्रावधान था कि-
- अंतरिम सरकार में कांग्रेस तथा मुस्लिम लीग दोनों केंद्रीय विधान मंडल से अपने समान सदस्यों की मनोनीत करेंगे।
- सदस्यों में 20 प्रतिशत स्थान अल्पसंख्यकों के लिये सुरक्षित होंगे। लेकिन इस समझौता प्रस्ताव के द्वारा कांग्रेस एवं मुस्लिम लीग के मध्य कोई सहमति होने की बात तो दूर रही, दोनों वे मध्य मतभेद और गहरे हो गये। बाद के वर्षों में इस मतभेद का व्यापक प्रभाव हुआ तथा विभाजन की धारणा और पुष्ट हो गयी।