कॉफी बोर्ड Coffee Board
भारतीय कॉफी बोर्ड, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन कार्यरत एक स्वायत्त निकाय है। बोर्ड भारत में कॉफी उद्योग के मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक के रूप में सेवा करता है। वर्ष 1942 में भारत के संसद के एक अधिनियम के अधीन स्थापित बोर्ड, भारतीय कॉफी के अनुसन्धान, विकास, विस्तरण, क्वालिटी उन्नयन, बाज़ार सूचना और घरेलू तथा बाह्य प्रोन्नति पर फोकस करता है।
1995 तक, कॉफी बोर्ड की भारत में कॉफी की अपनी एक पूल (नियंत्रित) विपणन प्रणाली थी। उदारीकरण की आंधी ने भारतीय कॉफी उद्योग को समेट लिया और 1995 से कॉफी का विपणन नितान्त निजी सेक्टर कार्रवाई रह गया है। वास्तव में कॉफी बोर्ड के कर्मचारियों की संख्या में भारी कटौती हुई और उसके दो-तिहाई कर्मचारी एक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना के अंतर्गत सेवानिवृत हुए।
कॉफी बोर्ड, कॉफी पर मूल और प्रयुक्त अनुसंधान का आयोजन करता है। चिकमंगलूर जिला, कर्नाटक राज्य में स्थित केंद्रीय कॉफी अनुसंधान संस्थान वर्षों से कॉफी अनुसंधान में सबसे आगे रहा है और जहां तक कॉफी अनुसंधान का सवाल है यह विश्व के श्रेष्ठ संस्थानों में से एक है।
अनुसंधान विभाग भिन्न दैनिकी और पत्रिकाओं का प्रकाशन करता है। यह उपजकर्ताओं और निर्यातकों को विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है।
बोर्ड के पास कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के तीन प्रमुख उपजाऊ राज्यों के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, ओडीशा और सात पूर्वोत्तर राज्यों के गैर-परम्परागत क्षेत्र में फैला हुआ एक विस्तृत विस्तरण नेटवर्क भी है। विस्तरण स्थापना, उपजकर्ता समुदाय के साथ दिनों-दिन संपर्क स्थापित करता है और यह स्कन्ध प्रयोगशाला से लेकर जमीन तक तकनीक के अन्तरण की सुविधा प्रदान करता है।
बोर्ड भारत और विदेश में कॉफी के उपभोग को भी प्रोत्साहित करता है। इस ओर बोर्ड, भारत और विदेशों में कॉफी-केन्द्रित खाद्य व पेयप्रदर्शनियों में भाग लेता है। बोर्ड देश में 12 इण्डिया कॉफी हाऊस/डिपो भी चलाता है। इण्डिया कॉफी ब्राण्ड का कॉफी पाउडर उसकी गुणवत्ता और सुगन्ध के लिए प्रसिद्ध है।
बोर्ड ने भारतीय कॉफी की गुणवत्ता पर कई वर्षों के लिए काम किया है। बोर्ड के, बंगलुरू और चिकमंगलूर में दो गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशालाएं और चेट्टल्ली में गुणवत्ता परीक्षण केंद्र हैं जो गुणवत्ता विषय पर उद्योग की सलाह देते हैं। प्रयोगशाला में सर्वोत्तम भुनाई व ब्रूइंग मशीन हैं। सर्वोत्तम चषक स्वादक और गुणवत्ता मूल्यांकन फसल पूर्व और फसलोत्तर प्रक्रियाओं पर सख्त नजर रखते हैं जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारतीय कॉफी की गुणवत्ता संपोषित रहे।
बोर्ड में एक बाजार इन्टेलिजेंस सांख्यिकीय इकाई है जो अपने मुख्य कार्यालय, बंगलुरू से काम करता है। यह इकाई बाजार सूचना व इन्टेलिजेंस, बाजार अनुसंधान अध्ययन, फसल प्राक्कलन और कॉफी अर्थ पहलुओं से सम्बन्धित विभिन्न कार्रवाइयों को करता है। यह इकाई डब्ल्यूटीओ विषयों को शामिल कर कॉफी व्यापार से सम्बन्धित अनुसंधान पर अध्ययन भी करता है। इस इकाई ने कॉफी उत्पादक देशों (भारत, वियतनाम व ब्राजील)के आनुपातिक एवं प्रतिस्पर्धात्मकता, रूस और सी आई एस देशों की भारतीय कॉफी निर्यातों के प्रोन्नति पर एम ए आई (मार्केट एक्सेस इंटेलीजेंस) योजना और कॉफी रिटेल पर एक मैनुअल के अध्ययन का समायोजन किया। यह इकाई उपज करने वालों के लिए भारत सरकार की मूल्य स्थिरीकरण निधि योजना और वृष्टि बीमा योजना के कार्यान्वयन का भी समायोजन करती है।