मौलिक अधिकार Fundamental Right
मौलिक अधिकार का अर्थ एवं प्रकृति लोकतांत्रिक व्यवस्था में मौलिक अधिकार वे अधिकार हैं, जो किसी व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता
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Read moreकिसी भी संप्रभु राष्ट्र या देश में राज्य की ओर से नागरिकों को कुछ ऐसे राजनीतिक और सामाजिक अधिकार प्राप्त
Read moreभारतीय संविधान के अनुच्छेद 1 के अनुसार भारत राज्यों का संघ है- इससे स्वतः यह स्पष्ट हो जाता है कि
Read moreप्रत्येक संविधान का अपना एक दर्शन होता है। संविधान के दर्शन का अभिप्राय उन आदशों से है, जिनसे भारतीय संविधान
Read moreभारत का संविधान अनेक दृष्टियों से एक अनुपम संविधान है। भारतीय संविधान में अनेक ऐसे विशिष्ट लक्षण हैं, जो इसे
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Read moreसंविधान की संकल्पना पर विचार करने से पूर्व इस तथ्य पर विचार करना एवं उसे समझना अधिक महत्वपूर्ण एवं आवश्यक
Read moreहम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों
Read moreराजनीतिक व्यवस्था एक सामाजिक संस्था है जो किसी देश के शासन से संव्यवहार करती है और लोगों से इसका संबंध
Read moreसंविधान की रचना के पूर्व की घटनाएं हमारा संविधान क्रांति का परिणाम नहीं है। यह लगभग सौ वर्ष के प्रयासों
Read moreभाग 22 संक्षिप्त नाम, प्रारंभ, [1][हिंदी में प्राधिकॄत पाठ] और निरसन 393. संक्षिप्त नाम–इस संविधान का संक्षिप्त नाम भारत का
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