त्रिपुरी के कलचुरी Kalchuri of Tripuri
जैजाकभुक्ति के चन्देलों के राज्य के दक्षिण में आ जबलपुर के निकट कलचुरि राजपूतों का राज्य था। अपने को कलचुरि
Read moreजैजाकभुक्ति के चन्देलों के राज्य के दक्षिण में आ जबलपुर के निकट कलचुरि राजपूतों का राज्य था। अपने को कलचुरि
Read moreगुजरात में अन्हिलवाड (पाटन) नामक स्थान पर पहले प्रतिहार साम्राज्य का अधिकार था, परन्तु राजनैतिक प्रभुता के लिए राष्ट्रकूटों और
Read moreपरमार वंश की उत्पत्ति भी गुर्जर प्रतिहारों की भांति अग्निकुण्ड से बताई जाती है। किन्तु अपेक्षाकृत अधिक प्राचीन अन्य लेखों
Read moreप्रतिहार साम्राज्य के ध्वंसावशेष पर खड़े हुए राज्यों में जैजाकभुक्ति (बुन्देलखण्ड) के चन्देलों का राज्य सबसे अधिक शक्तिशाली था। विन्सेन्ट
Read moreचाहमान वंश के अनेक राजपूत सरदार आठवीं शताब्दी के प्रारम्भ से ही अजमेर के उत्तर में सांभर झील के निकट
Read moreहर्षोत्तर-कालीन भारत की राजनैतिक शक्तियों में गुर्जर-प्रतिहारों का राज्य प्रमुख था। गुर्जर-राजकुल राजपूत जाति का था। गुर्जर-राजकुल प्रतिहार शाखा का
Read moreप्राचीन भारत का कामरूप राज्य वर्तमान असम-राज्य से बडा था। यह राज्य आधुनिक काल में भारत की पूर्वी सीमा का
Read moreकश्मीर का प्राचीन भारत में शेष भारत के साथ बहुत गहरा और अविच्छिन्न राजनैतिक सम्बन्ध नहीं था, परन्तु सांस्कृतिक दृष्टि
Read moreभारत के साथ नेपाल के सम्बन्ध का सबसे पहला ऐतिहासिक उल्लेख हमें अशोक के काल में मिलता है। ऐसी अनुश्रुति
Read moreजिस कन्नौज को सम्राट् हर्ष ने अपनी राजधानी बनाकर गौरवान्वित किया था उसी का इतिहास हर्ष की मृत्यु के बाद
Read moreराजपूत राजा साहित्य-प्रेमी और विद्वानों के आश्रयदाता थे। कुछ राजपूत राजा स्वयं विद्वान् और लेखक थे। अपने समय के मुन्ज
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