मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार और रौलेट एक्ट Montagu–Chelmsford Reforms And Rowlatt Act
मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार और भारत सरकार अधिनियम, 1919 अगस्त घोषेणा के पश्चात् मांटेग्यू के साथ एक उच्चस्तरीय दल स्थिति का अध्ययन
Read moreमांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार और भारत सरकार अधिनियम, 1919 अगस्त घोषेणा के पश्चात् मांटेग्यू के साथ एक उच्चस्तरीय दल स्थिति का अध्ययन
Read moreप्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के पश्चात् राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर विभिन्न शक्तियों का प्रादुर्भाव हुआ। युद्धोपरांत, भारत में
Read more20 अगस्त 1917 मांटेग्यू भारतीय राज्य सचिव थे। इस पद पर नियुक्त होने के कुछ समय पश्चात् ही मांटेग्यू ने
Read moreअतिवादियों का कांग्रेस में पुनः प्रवेश 1916 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन लखनऊ में आयोजित किया गया, जिसकी
Read moreप्रथम विश्वयुद्ध से उत्पन्न परिस्थितियों की एक अन्य कम नाटकीय लेकिन अधिक प्रभावशाली प्रतिक्रिया हुई- ऐनी बेसेंट और लोकमान्य तिलक
Read moreप्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) प्रारंभ के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उदारवादी दल के नेतृत्व में थी। इस विश्वयुद्ध में ब्रिटेन,
Read moreभारत परिषद अधिनियम 1909 (Indian Councils Act 1909) को मार्ले-मिन्टो सुधारों के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस समय
Read moreक्रांतिकारी आतंकवाद के उदय के मुख्यतः वही कारण थे, जिनसे राष्ट्रीय आंदोलन में उग्रवाद का जन्म हुआ था। अंतर केवल
Read moreस्वतंत्रता आन्दोलन के प्रथम चरण में जबकि क्रांतिकारी आतंकवाद धीरे-धीरे गति पकड़ रहा था, दिसम्बर 1907 में कांग्रेस का सूरत
Read moreस्वदेशी तथा बहिष्कार आंदोलन सरकार द्वारा बंगाल विभाजन के निर्णय के विरोधस्वरूप चलाया गया था तथा यह बंग-भंग का ही
Read moreउन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम वर्षों विशेषतः 1890 के पश्चात भारत में उग्र राष्ट्रवाद का उदय प्रारंभ हुआ तथा 1905 तक
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