आगरा मुगल स्थापत्य कला के आश्चर्यों का शहर Agra city of Mugal Architectural Wonders
आगरा(Agra) उत्तर प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी हिस्से में यमुना नदी के किनारे बसा हुआ शहर जो मथुरा और इटावा से ग्रांड ट्रंक रोड(G.T. Road-Grand Trunk Road) से जुड़ा हुआ है| आगरा एक प्राचीन शहर है, परन्तु आधुनिक आगरा 1475 में राजा बीरबल सिंह द्वारा स्थापित किया गया था| सिकंदर लोदी(1489-1517) ने इस शहर को अपनी राजधानी बनाया था| दिल्ली के साथ साथ, आगरा भी मुगल वंश के उत्कृष्ट राजधानी थी|
1526 में प्रथम मुगल शासक बाबर (1530) ने दिल्ली के साथ आगरा को अपनी उप-राजधानी बनाया, और यहाँ पर जमुना नदी के किनारे सबसे पहला मुगल गार्डन ‘राम बाग’ बनवाया|
बाबर के पौत्र महान-अकबर(1556-1605) ने 1571 और 1585 के बीच, फतेहपुर सीकरी,आगरा से 23 मील (37 किमी) दूर, में अस्थायी रूप से स्थानांतरण से पहले आगरा को अपनी राजधानी बनाया| अकबर-महान को उसकी मृत्यु के पश्चात, सिकंदरा, आगरा से 6 मील (10 किमी) उत्तर पश्चिम, में दफनाया गया|
अकबर के बेटे जहांगीर (1605-1627) और उसकी फारसी पत्नी नूरजहाँ (दुनिया की रोशनी) के समय में, आगरा हिंदू-फ़ारसी संस्कृति का एक शानदार केंद्र बन गया था| मुगल शासक शाहजहाँ(1628-1658) समय में मुहाल शैली और भी सघन होती चली गयी, जब शाहजहाँ ने यहाँ ताजमहल(Crown Palace) का निर्माण कराया और आगरा एक इमारत के स्थल के रूप में दुनिया में सबसे प्रसिद्ध शहरों में से एक बन गया और आगरा के ताजमहल आधुनिक दुनिया के आश्चर्यों में से एक जाना जाता है|
शाहजहाँ सबसे ने अपने भव्य निर्माणों पर सबसे ज़्यादा खर्च करने वाला मुगल शासक था, उसने 1565 से 1571 के बीच बनी सभी इमारतों को ध्वस्त करा दिया और ताजमहल से भी ज़्यादा उत्तम होने के लिए सफेद संगमरमर और प्लास्टर से बने भवनों का निर्माण कराया|
आगरे के किले की दीवार लगभग 1.5 किमी. लंबी है, जिसे खूबसारत पत्थरों से सजाया गया है, इसका मुख्य प्रवेश द्वार दिल्ली दरवाज़ा है| सम्राट का निजी भवन नदी के किनारे संगमरमर से बनाया गया है| सार्वजनिक दर्शक भवन दीवान-ए-आम और मूल रूप से मयूर सिंहासन के लिए प्रसिद्ध मोती मस्जिद जो की प्लास्टर कर के बनाए गये थे, दूर दूर स्थित थे| जहाँगीर के ससुर इतिमाद-अल-दौला(1622) का मकबरा शहर के स्थापत्य कला के आश्चर्यों में से एक है|
ताजमहल जो आगरा की सबसे भव्य इमारत है, वास्तव में शाहजहाँ की तीसरी पत्नी मुमताज़ महल( महलों का ताज़) जिसकी 1631 में मृत्यु हो गयी थी की समाधि है| शाहजहाँ की मौत के बाद उसे भी मुमताज़ महल के बगल में ही दफ़ना दिया गया| ताजमहल का डिजाइन उस्ताद अहमद द्वारा बनाई गयी थी तथा इसको बनाने 20,000 कामगारों ने 22 वर्ष तक काम किया| बहुत से विद्वान इसे मुगल काल की सबसे प्रभावशाली इमारत मानते हैं|
ताजमहल को एक 57 X 57 मी.(186X186 फ़ीट) उँचे समतल मंच पर बनाया गया है, इसका केंद्रीय गुंबद व्यास में 58 फीट (18 मीटर) है और 213 फीट (65 मीटर) उँचा है| ताजमहल के अंदर और बाहर सुंदर फूलों की नक्काशी की गयी है और इन्हें गोमेद और सूर्यकांत (Agate and Jasper) पत्थरों से सजाया गया है| ताजमहल के बड़े बगीचे में बने 4 पारदर्शी जलाशय पारलौकिक प्रभाव पैदा करते हैं| ताज की व्यापक ज़मीन पर एक मस्जिद, एक गेस्ट हाउस, और कई अन्य इमारतें हैं|
18वीं शताब्दी के बाद इस शहर पर जाटों, मराठो एवं पुनः मुगलों ने फिर ग्वालियर ने कब्जा किया|1803 में अँग्रेज़ों ने इसे आगरा (उत्तर पश्चिमी) प्रांत की राजधानी बनाया.| यह अब एक भीड़ भरा और प्रदूषित औद्योगिक शहर है परंतु अभी भी यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बना हुआ है|