राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम National Rural Drinking Water Programme – NRDWP
भारत सरकार राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (एनआरडीडब्ल्यूपी) राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को वित्तीय और तकनीकी सहायता देने के लिए क्रियान्वित कर रही है ताकि ग्रामीण बस्तियों में पेयजल आपूर्ति योजनाएं लागू की जा सकें। कार्यक्रम की दूरदर्शिता और उद्देश्य इस प्रकार हैं-
- देश के ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल विहीन, आरंभिक सुविधा वाले और खराब गुणवत्ता की पेयजल वाली बस्तियों को सुरक्षित और आवश्यक मात्रा में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करना।
- सभी स्कूलों और आंगनदाड़ियों को सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करना।
- ग्रामीण जल आपूर्ति कपनियों को स्थानीय जल संसाधनों और जल आपूर्ति के नियोजन, प्रबंधन, संचालन और रख-रखाव के योग्य बनाना। इसके लिए पंचायती राज संस्थानों और स्थानीय समुदायों की मदद और माहौल प्रदान करना।
- ग्रामीण समुदायों को अपने पेयजल संसाधनों, जलापूर्ति की देख-रेख तया चौकसी के साथ प्रदूषण मुक्त जल के लिए सुधारात्मक कार्रवाई के योग्य बनाना।
- अनसूचित जाति/जनजाति और अल्पसंख्यक आबादी वाली बस्तियों में कवरेज/निवेश में उच्च प्राथमिकता और समानता सुनिश्चित करना।
- पेयजल की सुरक्षा,उपलब्धता,आपूर्ति औरखपतको सुनिश्चित करने के लिए एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन में भागीदारी को बढ़ावा देना।
- ऑनलाइन रिपोर्टिग व्यवस्था से सार्वजनिक सूचना उपलब्ध कराना ताकि पारदर्शिता एवं जवाबदेही आए और सही निर्णय लिया जा सके।
- जल बजट बनाकर तथा ग्राम जल सुरक्षा योजना तैयार करके परिवार स्तर पर पेयजल सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- आर्सेनिक तथा फ्लोराइड संदूषण को दूर करने के लिए उच्च लागत वाली परिशोधन प्रौद्योगिकी के स्थान पर वैकल्पिक संसाधनों का पता लगाना और फ्लोराइड संदूषण से निपटने के लिए वर्षा जल एकत्रण के माध्यम से वैकल्पिक संसाधनों का पता लगाना।
- ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना के प्रबंधन को पंचायती राज संस्थानों को सौंपने को बढ़ावा देना।
- पारदर्शिता, जवाबदेही और निर्णयों की सूचना लोगों तक पहुंचाने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था के माध्यम से उपलब्ध कराना।