विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नीति Science and Technology Policy
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के भावों कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार करने और नई पहलों की दिशा देने के लिए सरकार ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नीति, 2003 की घोषणा की है। इस नीति में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रशासन के प्रति व्यवहार, विद्यमान भौतिक एवं ज्ञान संसाधनों के उचित प्रयोग, प्राकृतिक आपदाओं के प्रान्धन तथा उनसे उबरने हेतु नवीन प्रौद्योगिकी एवं प्रणालियों के विकास, नई प्रद्योगिकी के विकास, बौद्धिक सम्पदा के सृजन एवं प्रबंधन तथा विज्ञान एवं प्रद्योगिकी के लाभों एवं उपयोगों सम्बन्ध में जन-साधारण के मध्य जागृति उत्पन्न करने की रूपरेखा बनाई गई है।
सरकार द्वारा घोषित इस नवीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नीति के प्रमुख बिन्दु निम्नवत् हैं-
- हमारे पारम्परिक ज्ञान के साथ नवीनतम वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकीय क्षमताओं को प्रयुक्त करते हुए राष्ट्र के प्रत्यक्ष व सतत् विकास हेतु प्रयत्न करना,
- विभिन्न विश्वविद्यालयों, वैज्ञानिक व इंजीनियरिंग संस्थानों इत्यादि में वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहन देना; मेधावी युवाओं को इस क्षेत्र में विद्यमान रोजगार के अवसरों से परिचित कराते हुए उन्हें विज्ञान व प्रौद्योगिकी को भविष्य के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना; चुनिंदा क्षेत्रों में उच्चतम अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशिष्ट केंद्रों की स्थापना करना तथा उनकी निरंतरता बनाए रखना जिससे श्रेष्ठ स्तर का कार्य निष्पादन हो सके;
- वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकीय गतिविधियों में महिलाओं की पूर्ण व समान भागीदारी सुनिश्चित करना;
- अनुसंधान एवं विकास शोध संस्थाओं को कार्य करने की स्वतंत्रता तथा आवश्यक स्वायत्त प्रदान करना, ताकि वास्तविक रचनात्मक परिवेश को प्रोत्साहन प्राप्त हो तथा वैज्ञानिक व प्रौद्योगिकीय उद्यम राष्ट्र के प्रति अपने सामाजिक दायित्वों व कर्तव्यों के निर्वहन के लिए कटिबद्ध हो;
- यह सुनिश्चित करना कि विज्ञान का संदेश साधारण जन तक पहुंच सके ताकि एक व्यापक वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित हो तथा एक नवीन विकासमान व प्रबुद्ध समाज अस्तित्व में आए, समाज के समस्त लोगों की विज्ञान व प्रौद्योगिकी के विकास तथा इसे मानव कल्याण हेतु प्रयुक्त करने में पूर्ण भागीदारी को संभव बनाने का प्रयत्न करना;
- विज्ञान व प्रौद्योगिकी से संबद्ध निजी व सार्वजनिक संस्थाओं के मध्य अनुसंधान व नवाचारों को प्रोत्साहित करना; जैव प्रौद्योगिकी, दवा, फार्मेसी एवं अन्य पदार्थों से संबंधित प्रौद्योगिकी को विशेष महत्व प्रदान करना;
- एक बौद्धिक सम्पदा अधिकार प्रणाली की स्थापना करना जिसमें समस्त प्रकार के अन्वेषको को बौद्धिक सम्पदा के निर्माण व संरक्षण हेतु अधिकाधिक प्रोत्साहन प्राप्त हो,
- मौसम के पूर्वानुमान, प्राकृतिक आपदाओं से बचाव (बाढ़, चक्रवात, भूकम्प,सूखा तथा भूस्खलन) से संबद्ध अनुसंधान व अनुप्रयोग को उत्प्रेरित करना,
- राष्ट्रीय विकास व सुरक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना तथा इसे हमारे अंतरराष्ट्रीय संबंधों का एक प्रमुख तत्व बनाना।