अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार उपग्रह संगठन International Telecommunications Satellite Organization – Intelsat

यह संगठन दूरसंचार उंपग्रह प्रणाली के कार्यचालन को समन्वित एवं संवद्धित करता है।

मुख्यालयः वाशिंगटन डीसी।

आधिकारिक भाषाएं: अंग्रेजी, फ्रांसीसी, स्पेनिश।

उत्पति एवं विकास

इंटेलसैट की उत्पत्ति के मूल को राष्ट्रों की दूरसंचार एजेंसियों द्वारा 1964 में गठित अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार कंसोर्टियम में देखा जा सकता है। अपने प्रकार की प्रथम विश्वव्यापी प्रणाली वाला कसोर्टियम आईटीयू के सभी सदस्य राष्ट्रों के लिए खुला था। इसका प्रबंधन अमेरिकी संचार उपग्रह निगम के हाथों में था। सदस्यता में वृद्धि होने के साथ ही एक औपचारिक संगठन का निर्माण किए जाने का निर्णय किया गया। फलतः अगस्त 1971 में वाशिंगटन में सम्पन्न दो समझौतों के द्वारा इंटेलसेट की स्थापना हुई, जो फरवरी 1973 से प्रभावी हुआ। पहला समझौता भागीदार राष्ट्रों के मध्य तथा दूसरा समझौता राष्ट्रों एवं निजी व सार्वजनिक दूरसंचार संस्थाओं के बीच हुआ। वर्तमान में इसके 140 सदस्य राष्ट्र हैं, जबकि अन्य 45 देश गैर-हस्ताक्षरकर्ता होते हुए भी इंटेलसेट की सेवाओं का उपयोग करते हैं।

उद्देश्य

इंटेलसेट का उद्देश्य वाणिज्यिक दूरसंचार उपग्रह प्रणाली के अंतरिक्षीय खंड की देखभाल, विकास, निर्माण, स्थापन, कार्यचालन, डिजायन इत्यादि को सुनिश्चित व परिभाषित आधार प्रदान करना है।


संरचना

इंटेलसेट की संरचना में सभा, हस्ताक्षरकर्ता देशों की बैठक, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स तथा एक कार्यकारी अंग शामिल है। सभा इंटेलसेट के उन पहलुओं पर विचार करती है, जो संप्रभु राज्य के रूप में भागीदारों के हितों को प्रभावित करते हैं। इसकी बैठक प्रत्येक दो वर्ष बाद होती है। सभा नीति-निर्माण एवं दीर्घकालिक लक्ष्यों का निर्धारण करती है। हस्ताक्षरकर्ताओं की बैठक में वित्तीय तकनीकी एवं कार्यचालन सम्बंधी मुद्दों पर विचार किया जाता है। बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में 27 सदस्य होते हैं तथा यह प्रबंधन नीति-निर्देशन उपलब्ध कराता है। कार्यकारी अंग का प्रधान एक महानिदेशक होता है।

गतिविधियां

कसोर्टियम ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ एक समझौता करके अपने उपग्रह स्थापित किये। 1965, में इंटेलसेट-1 (अर्ली बड) नामक उपग्रह अटलांटिक महासागर के ऊपर मौजूद स्थायी कक्षा में स्थापित किया गया। बाद में इंटेलसेट श्रृंखला के कई उपग्रह प्रशांत एवं हिंद महासागर के ऊपर स्थिति कक्षाओं में स्थापित किये गये। वर्तमान में इंटेलसेट की 19 उपग्रह प्रणालियां विश्व दूरसंचार सेवाओं का दो-तिहाई हिस्सा उपलब्ध कराती हैं। इसके तहत 200 देशों में 800 भू-आधार स्टेशन कार्यरत हैं। इंटेलसेट संचार उपग्रहों व आधार स्टेशनों पर स्वामित्व रखता है किंतु संप्रेषण एवं ग्राही उपकरणों पर प्रत्येक देश में इंटेलसेट के सदस्यों का स्वामित्व होता है। वर्तमान में इंटेलसेट द्वारा उपग्रहों की एक नई पीढ़ी इंटेलसेट IX पर कार्य किया जा रहा है, जो इंटेलसेट VI श्रृंखला की प्रतिस्थापित कर देगी।

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