संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष United Nations Fund for Population Activities – UNFPA
इस कोष की स्थापना जुलाई 1967 में जनसंख्या गतिविधियों हेतु न्यास कोष के रूप में की गई तथा 1969 में इसका नाम बदलकर जनसंख्या गतिविधियों हेतु संयुक्त राष्ट्र कोष (United Nations Fund for Population Activities-UNFPA) कर दिया गया। 1972 में यह संयुक्त राष्ट्र का आधिकारिक रूप से कोष बन गया तथा 1979 में इसे महासभा का सहायक अंग बना दिया गया। 1987 में इसे संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष नाम दिया गया किंतु पूर्ववर्ती आदिवर्णिक (acronym) शब्द में कोई बदलाव नहीं किया गया। इस कोष का मुख्यालय न्यूयार्क में है।
इस कोष का उद्देश्य जनसंख्या एवं परिवार नियोजन की जरूरतों से निपटने की क्षमता की बढ़ाना, विकसित एवं विकासशील देशों में जनसंख्या की समस्याओं के प्रति जारूकता को प्रोत्साहित करना, विकासशील देशों को उनकी जनसंख्यात्मक समस्याओं से लड़ने में सहायता देने के लिए अपेक्षित रणनीतियां तैयार करना तथा जनसंख्या कार्यक्रमों की संवर्धित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र परिवार में नेतृत्वकारी भूमिका का निर्वाह करना है।
यह कोष संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या सूचनातंत्र (पीओपीआईएन) के लिए अधिकांश वित्त उपलब्ध कराता है। यह सूचनांतत्र जनंसख्या संगठनों का एक समुदाय है, जो विभिन्न स्तरों पर जनंसख्या सूचना गतिविधियों की पहचान, स्थापना, सुदृढ़ीकरण तथा समन्वय करता है और जनंसख्या सूचना एवं सम्बद्ध मुद्दों के विनिमय व उपलब्धता को बढ़ावा देता है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष अल्पविकसित देशों में बहुपक्षीय जनसंख्या सहायता का सबसे विशाल स्रोत बना हुआ है। अफ्रीका के उप-सहारा क्षेत्र में कोष द्वारा सबसे अधिक सहायता कार्यक्रम चलाये जाते हैं।
वर्तमान समय में कोष द्वारा जनसंख्या नियंत्रण के साधन रूप में जनसंख्या आंकड़ों के संग्रहण व एकत्रण, प्रत्यक्ष परिवार नियोजन गतिविधियों तथा मातृत्व व बाल स्वास्थ्य सेवाओं की बजाय महिलाओं के सशक्तिकरण पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
कोष द्वारा विश्व जनसंख्या की स्थिति पर वार्षिक रिपोर्ट का प्रकाशन किया जाता है।