संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम United Nations World Food Programme – WFP
1961 में महासभा एवं खाद्य व कृषि संगठन द्वारा पारित समांतर प्रस्तावों के अधीन इस कार्यक्रम की शुरूआत 1963 से हुई। यह विश्व का सर्वाधिक विशाल खाद्य सहायता संगठन है। यह आपातकाल में खाद्य सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ समाजार्थिक विकास परियोजनाओं में भी सहायता प्रदान करता है। आपदा सहायता कार्यक्रमों के लिए सहायता के एक बड़े भाग का आवंटन किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र एवं खाद्य व कृषि संगठन के सदस्य राष्ट्र वस्तुओं, सेवाओं तथा नकद राशि के रूप में स्वैच्छिक योगदान देते हैं।
कार्यक्रमों को खाद्य सहायता नीति एवं कार्यक्रम समिति (सीएफए) द्वारा प्रशासित किया जाता है, जिसमें 42 सदस्य (आधे आर्थिक व सामाजिक परिषद तथा आधे एफएओ काउंसिल द्वारा निर्वाचित) होते हैं। समिति कार्यक्रम की नीति, प्रशासन, कोष, कार्य संचालन तथा अंतरदेशीय व गैर-सरकारी खाद्य सहायता कार्यक्रमों से संबद्ध मुद्दों के मामले में दिशा-निर्देश देती है।
यह निकाय महासभा द्वारा स्थापित अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन खाद्य भंडार (आईईएफआर) का प्रशासन भी संभालता है। डब्ल्यूपीएफ द्वारा एफएओ के साथ मिलकर विश्व खाद्य परिषद (जिसे 1996 में विघटित कर दिया गया) के कार्यकलापों को भी सम्पन्न किया जाता है।