कम्प्यूटर के प्रकार Type of Computer
कम्प्यूटर को उनके आकार एवं कार्य पद्धति के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है-
आकार पर आधारित वर्गीकरण: आकार के आधार पर कम्प्यूटर चार प्रकार के होते हैं। ये हैं-
माइक्रो कम्प्यूटर Micro Computer
ये वस्तुतः एक ही व्यक्ति द्वारा उपयोग में लाये जाने वाले कम्प्यूटर होते हैं जिसके कारण इस प्रकार के कम्प्यूटरों को प्रायः व्यक्तिगत कम्प्यूटर (Personal Computer) या पी.सी. (P.C.) के नाम से पुकारा जाता है। ये एक छोटी मेज पर आ सकते हैं। ऑफिस, घरों या व्यवसायों में इस प्रकार के कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है। स्टोरेज क्षमता और ऑकड़ों की बड़ी मात्रा का रख-रखाव करने में अपनी सामर्थ्य के कारण आज इसका व्यापक पैमाने पर उपयोग हो रहा है।
मिनी कम्प्यूटर Mini Computer
इस प्रकार के कम्प्यूटर आकार तथा कार्यक्षमता की दृष्टि से छोटे होते हैं। इस प्रकार के कम्प्यूटर एक बड़ी मेज पर आ सकते हैं तथा इन पर एक साथ बीस-तीस टर्मिनल पर कार्य किया जा सकता है। यह माइक्रो कम्प्यूटर से लगभग 5 से 50 गुणा अधिक क्षमता वाला होता है।
मेन फ्रेम कंप्यूटर Main Frame Computer
इस प्रकार के कम्प्यूटर बड़े आकार के होते हैं और इनका डिजाइन स्टील के फ्रेम में लगाकर किया जाता है। इस कम्प्यूटर की मेमोरी पी० सी० तथा मिनी कम्प्यूटर से अधिक होती है। इस प्रकार के कम्प्यूटरों पर समय सहभागिता (time sharing) तथा बहुकार्य क्षमता (multi tasking) के द्वारा एक साथ अनेक व्यक्ति, कभी-कभी 100 से अधिक व्यक्ति अलग-अलग टर्मिनलों पर कार्य कर सकते हैं।
सुपर कम्प्यूटर super Computer
सुपर कम्प्यूटर बहुत शक्तिशाली (powerful) होते हैं। ये अत्यंत जटिल संक्रियाओं को भी बहुत अधिक शीघ्र गति से करते हैं। इनकी संग्रहण क्षमता (storage capacity) भी अधिक होती है। सुपर कम्प्यूटर अभी तक सबसे तेज कार्य करने वाला और सबसे महँगा कम्प्यूटर है।
सुपर कम्प्यूटर की मुख्य विशेषताएँ
(i) इनमें 32 या 64 समानांतर परिपथों में कार्य कर रहे माइक्रो प्रोसेसर की सहायता से प्राप्त सूचनाओं पर एक साथ कार्य किया जा सकता है।
(ii) इनमें उच्च भंडारण घनत्व वाली चुम्बकीय बबल स्मृति या आवेशित युग्म युक्तियों (Magnetic Bubble Memories- MBM or, Charge Coupled Devices-CCDs) का उपयोग किया जाता है जिसके कारण छोटी-सी जगह में सूचनाओं का वृहद् भंडार संग्रहित किया जा सकता है।
(iii) इनके लिए विशिष्ट प्रकार के वातानुकूलन विश्व में विकसित सुपर कम्प्यूटर (air conditioning) की आवश्यकता पड़ती है।
(iv) सुपर कम्प्यूटर की जरूरत तभी होती है जब अनवरत रूप से बदल रहे अनेक आँकड़ों को समानुक्रमित करना होता है।
सुपर कम्प्यूटर का उपयोग कई क्षेत्रों में किया जाता है। मौसम का पूर्वानुमान करने में सुपर कंप्यूटर का प्रयोग किया किया जाता है। अन्तरिक्ष अनुसंधान तथा उपग्रहों के प्रक्षेपण, कम्पूटरीकृत परमाणु परीक्षण व प्रक्षेपास्त्र परीक्षण सहित बड़े वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यों में सुपर कम्प्यूटर की सहायता से जटिल आँकड़ों को अनुसंधान कार्यों जटिल प्रोग्रामो की एक श्रृंखला द्वारा विश्लेषण किया जाता है।
क्वान्टम कम्प्यूटर Quanturn Computer
कम्प्यूटरों के उपर्युक्त प्रकारों के अतिरिक्त क्वान्टम कम्प्यूटर विकास की अंतिम अवस्था में है। यह सुपर कम्प्यूटर से भी तीव्र गति से और जटिल से जटिल समस्याओं को सेकण्डों में हल करने में सक्षम होगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह क्वाण्टम कम्प्यूटर मानव के मस्तिष्क से भी उन्नत हो सकता है।
यह फरमैट के आखिरी प्रमेय जैसी पेचीदा अंतर्राष्ट्रीय गणितीय समस्या, जिसे हल करने में 300 साल लगते हैं, को भी हल करने में सक्षम होगा। गणित की सबसे प्रसिद्ध अनसुलझी समस्या रीमैन्स हाइपोथिसिस को भी क्वांटम कम्प्यूटर कुछ समय में हल कर सकेगा। क्वांटम कम्प्यूटर द्वारा सभी प्रकार की पेचीदा समस्याओं को हल करने के लिए क्वांटम मैकेनिक्स जैसे भौतिकी के गूढ़ क्षेत्रों का प्रयोग किया जाएगा।
क्वांटम कम्प्यूटर में बाइनरी बिट (Binary Bits) के स्थान पर क्यूबिट (Q-Bit) का प्रयोग किया जाएगा, जो शून्य और एक का अध्यारोपण है।
कम्प्यूटर के प्रकार (आकार के आधार पर)
नाम | आकार (के बराबर) | स्मृति भंडार | CPU की गति/क्षमता | उदाहरण / उपयोग क्षेत्र |
माइक्रो कम्प्यूटर | टेलीविजन सेट | 256 KB | 1–10 MIPS | पर्सनल कम्प्यूटर (P.C.), होम तक कम्प्यूटर, एजुकेशनल कम्प्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक डायरी (या, ब्रीफकेस) |
मिनी कम्प्यूटर | छोटी आलमारी | 256KB–80 MB | 10-30 MIPS | बीमा कंपनी, बैंक, उद्योग, ट्रैफिक |
मेनफ्रेम कम्प्यूटर | स्टील के बड़े चौखट | 10MB-128 MB | 30-100 MIPS | विमान सेवा, रेलवे स्टेशन |
सुपर कंप्यूटर | विशाल आकर के | 52MB–512 MB | 500 MFLOPs | CRAY K 1S, cosMos, के Deep Blue, Blue Gene, FLO SOLVER, PARAM, ANUPAM |
नोट : KB = Kilo Byte, MB = Mega Byte
MIPS = Mega Instructions Per Second
MFLOPS = Mega Floating Operations Per Second
विश्व में विकसित सुपर कंप्यूटर | |
नाम | निर्माण करने वाला संस्थान |
CRAY K1S | CRAY K Research Co., USA |
Deep Gene | IBM Co., USA |
Blue Gene | IBM Co., USA |
COSMOS | Cambridge University, UK |
भारत में विकसित सुपर कम्प्यूटर | |
नाम | निर्माण करने वाला संस्थान |
FLO SOLVER | NAL Bangalore |
PACE | DRDO |
PARAM 10000 | C-DAC, Pune |
CHIPP-16 | C-Dot, Bangalore |
MULTI MICRO | IIS, Bangalore |
MACH | IIT Bombay |
ANUPAM | BARC, Bombay |
कार्य पद्धति के आधार पर वर्गीकरण: कार्य पद्धति के अनुसार कम्प्यूटर के पाँच प्रकार होते हैं। ये हैं-
अंकीय कम्प्यूटर Digital Computers
रोजमर्रा की भाषा में जब हम कम्प्यूटर शब्द का उच्चारण करते हैं तो उसका सीधा अर्थ होता है- अंकीय कम्प्यूटर। ये कम्प्यूटर सभी प्रकार की सूचनाओं को द्विआधारी पद्धति में बदलकर अपना कार्य करते हैं। ये सभी प्रकार की गणनाएँ गिनकर (जोड़कर) करते हैं। ये बहुत अधिक क्षमता से कार्य कर सकते हैं। लेकिन विशेषता यह होती है कि इनकी गणना अत्यंत शुद्ध होती है। इसमें किसी भी प्रकार की संक्रियाएँ की जा सकती हैं।
अनुरूप कंप्यूटर Analogue Computers
- एनालॉग एक ग्रीक है जिसका अर्थ है- दो राशियों में अनुरूपता खोजना । एनालॉग कम्प्यूटर में किसी भौतिक विधि या राशि को इलेक्ट्रॉनिक परिपथों की सहायता से विद्युत् संकेतों में अनुरूपित किया जाता है। जिस प्रकार अंकीय कम्प्यूटर राशियों को गिनकर कार्य करता है, उसी प्रकार अनुरूप कम्प्यूटर मापकर या नापकर अपना कार्य करता है। इन कम्प्यूटरों की मदद से की गई गणनाओं की यथार्थता बहुत शुद्ध नहीं होती फिर भी 99% शुद्धता प्राप्त की जा सकती है।
संकर कम्प्यूटर Hybrid Computers
इस प्रकार के कम्प्यूटर में अंकीय एवं अनुरूप दोनों कम्प्यूटरों की विशेषताओं का फायदा उठाया जाता है। इनका उपयोग स्वचालित उपकरणों में बहुतायत से किया जाता है। इस प्रकार का एक उपकरण रोबोट (Robot) है जिसकी सहायता से आजकल कई कार्य स्वचालित रूप से किये जा रहे हैं।
प्रकाशीय कम्प्यूटर Optical Computers
पंचम पीढ़ी के कम्प्यूटरों के विकास-क्रम में इस प्रकार के कम्प्यूटर बनाये जा रहे हैं, जिनमें एक अवयव को दूसरे से जोड़ने का कार्य ऑप्टिकल फाइबर के तन्तु से किया गया है एवं गणना अवयव प्रकाशीय पद्धति पर बनाये गये हैं।
एटॉमिक कम्प्यूटर Atomic Computer
कार्नेगी विश्वविद्यालय में ऐसे परमाण्विक कम्प्यूटर पर अनुसंधान कार्य जारी है जो कि किसी खास प्रोटॉन परमाणुओं को एकीकृत परिपथ में बदल दे और कम्प्यूटर को इतनी अधिक स्मृति क्षमता प्रदान कर दे कि ऐसा कम्प्यूटर आज के कम्प्यूटर से 10,000 गुनी क्षमता वाला हो जाए।