जलालुद्दीन फिरोज खिलजी: 1290-96 ई. Jalaluddin Firuz Khilji: 1290-96 AD.
खल्जी (खिलजी) शासन कुछ इतिहासकार खल्जी को अफगान मानते हैं किन्तु अधिकांश इतिहासकारों का मानना है कि खिलजी 64 तुर्क
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Read moreदिल्ली की गद्दी पर के अपने पूर्वगामियों की तरह बलबन भी तुर्किस्तान की विख्यात इलबरी जाति का था। प्रारम्भिक युवा-काल
Read moreनसिरुद्दीन मधुर एवं धार्मिक स्वभाव का व्यक्ति था। शासक के रूप में नसिरुद्दीन में तत्कालीन पेचीदी परिस्थिति का सामना करने
Read moreइल्तुतमिश के सबसे बड़े पुत्र नासिरुद्दीन मुहम्मद की 1229 ई. की अप्रैल में मृत्यु हो गयी। वह अपने पिता के
Read moreइल्तुतमिश का अर्थ है साम्राज्य का रक्षक। इल्तुतमिश तुर्किस्तान की इल्बरी काबिले का था। प्रारंभ से ही उसमें बुद्धिमत्ता एवं
Read moreदिल्ली सल्तनत गोरी की विजय से 1526 ई. तक दिल्ली पर मुस्लिम सुल्तानों का शासन रहा जिसे दिल्ली सल्तनत कहा
Read moreगजनी का साम्राज्य सुल्तान महमूद के परवर्ती उत्तराधिकारियों के समय में टुकड़ों में बँटने लगा, क्योंकि ये हेरात के दक्षिण-पूर्व,
Read moreराजनैतिक दृष्टिकोण से गजनवी के सुल्तानों द्वारा पंजाब-विजय निचली सिन्धु घाटी में अरब राज्यों की स्थापना से कहीं अधिक महत्त्वपूर्ण
Read moreइसके बाद भी कई आक्रमण हुए, अरब पराजयों से हतोत्साहित नहीं हुए थे। आठवीं सदी के प्रारंभिक चरण में इब्न-अल-हरीअल
Read moreभारतीय इतिहास में अरब और भारत संबंध का विशेष महत्त्व है। भारत में सबसे पहले आने वाले मुसलमान अरब हैं।
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